पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला (Ajay singh Chautala) को हरियाणा के टीचर भर्ती घोटाला ( Teachers' recruitment scam) मामले में 10 साल की जेल के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया है. अजय और उनके पिता, हरियाणा के पूर्व ओमप्रकाश चौटाला उन 55 लोगों में शामिल थे जिन्हें 3000 से अधिक टीचर्स को अवैध रूप से काम कर रखने के लिए दोषी ठहराया गया था. इंडियन नेशनल लोकदल या INLD की अगुवाई करने वाले अजय और उनके पिता को हरियाणा में वर्ष 1999-2000 में उचित प्रक्रिया के तहत आवेदन करने वाले लोगों के बजाय 3000 से अधिक जूनियर बेसिक शिक्षकों (JBT) को काम पर रखने के लिए दस्तावेजों के साथ फर्जीवाड़े का दोषी ठहराया गया था. तिहाड़ जेल के बाहर समर्थकों ने गुलदस्ते भेंट कर अजय चौटाला का स्वागत किया. अजय ने भी गर्मजोशी ने इनसे हाथ मिलाया और गले मिले.
अजय के बेटे दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala)हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं. दुष्यंत जननायक जनता पार्टी (JJP)के प्रमुख हैं. 'चौटालाओं' के बीच झगड़े के बाद आईएनलडी के अलग धड़े के रूप में जेजेपी का गठन किया गया था. जेबीटी घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जून 2008 में आरोप पत्र दाखिल किया था, इसमें आईएएस अधिकारी संजीव कुमार और ओम प्रकाश चौाटाला के पूर्व आफिसर आन स्पेशल ड्यूटी विद्याधर का भी नाम था. संजीव ने भी यह शिकायत दर्ज कराई थी.
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