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केरल कलामंडलम ने 94 सालों में पहली बार छात्रों को सर्व की चिकन बिरयानी

Kerala Kalamandalam: केरल कलामंडलम के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 1930 में प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना के बाद से, त्रिशूर स्थित आवासीय परिसर में रहने वाले छात्रों को केवल प्लांड बेस्ड या डेयरी-बेस्ड फूड ही सर्व किया जाता था.

केरल कलामंडलम ने 94 सालों में पहली बार छात्रों को सर्व की चिकन बिरयानी
Kerala Kalamandalam: केरल कलामंडलम ने 94 सालों में पहली बार सर्व की बिरयानी.

केरल कलामंडलम एक प्रतिष्ठित संस्थान जो पारंपरिक प्रदर्शन कलाओं को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है ने बुधवार, 10 जुलाई को अपने कैंटीन में अपने छात्रों को नॉनवेज फूड  सर्व किया. न्यूज आउटलेट प्रेस ट्रस्ट के अनुसार भारत सरकार (पीटीआई) की डीम्ड यूनिवर्सिटी ने लोकप्रिय मांग पर यह निर्णय लिया. छात्रों को चिकन बिरयानी सर्व की गई जो विय्यूर सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा संचालित फेमस किचन में तैयार की गई थी. केरल कलामंडलम के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 1930 में प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना के बाद से, त्रिशूर स्थित आवासीय परिसर में रहने वाले छात्रों को केवल प्लांड बेस्ड या डेयरी-बेस्ड फूड ही सर्व किया जाता था.

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न्यूज आउटलेट के अनुसार, यह निर्णय प्रतिनिधि शिक्षकों, छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित एक मेस कम्युनिटी के गठन के बाद आया, और छात्रों की मांग के आधार पर, 10 जुलाई को चिकन बिरयानी सर्व करने का निर्णय लिया गया. अधिकारी ने यह भी साझा किया कि मेस कम्युनिटी ने मेनू में अन्य मीट बेस्ड व्यंजनों को शामिल करने की संभावना पर चर्चा करने के लिए 20 जुलाई को बैठक करने की योजना बनाई है.

अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, फूड नि:शुल्क सर्व किया जाता है और नॉनवेज व्यंजन महीने में एक या दो बार परोसा जा सकता है.

कैंटीन मेनू में मीट बेस्ड व्यंजनों को शामिल करने के निर्णय के बारे में संकाय सदस्यों की ओर से कुछ विरोध की सूचना मिली थी, इस चिंता के कारण कि यह उनकी पढ़ाई के हिस्से के रूप में तेल चिकित्सा से गुजरने वाले छात्रों को प्रभावित कर सकता है, हालांकि, अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं किया है. अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.

1930 में प्रसिद्ध कवि पद्मभूषण वलाथोल नारायण मेनन और उनके करीबी सहयोगी मनाक्कुलम मुकुंदराज द्वारा स्थापित, केरल कलामंडलम शुरू में कथकली के लिए एक स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर था. अब, यह आवासीय संस्थान कथकली, मोहिनीअट्टम, थुल्लल, कुटियाट्टम (पुरुष और महिला), पंचवद्यम, कर्नाटक संगीत, मृदंगम, आदि के लिए एक ट्रेनिंग और परफार्मिंग आर्ट सेंटर है.

केरल कलामंडलम त्रिशूर में भरतपुझा नदी के तट पर स्थित है. केंद्र सरकार ने 14 मार्च, 2006 को इसे कला और संस्कृति का डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित किया.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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