भारत में एंटीबायोटिक पर लागू हो रहे दिशा-निर्देश

डॉ भाटिया बताते है कि कई बड़े हॉस्पिटल रिपोर्ट्स के साथ बाहर आए हैं चीज़े बदल रही है और सरकार इस मुद्दे पर दिलचस्पी दिखा रही है.

भारत में एंटीबायोटिक पर लागू हो रहे दिशा-निर्देश

नई दिल्ली:

भारत में एंटीबायोटिक्स को गलत तरह से प्रयोग में लाने की वज़ह से जल्द ही इस पर दिशा-निर्देश लागू होने वाला है। इसके चलते राजेश भाटिया, मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय निदेशक को बताते हुए कहा कि “एक सामान्य चिकित्सिक दिशा-निर्देश को विकसित करना बहुत ज़रूरी है। मैं समझता हूं कि भारत इसे (दिशा-निर्देश) लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है”।

ऐसा उन्होंने एक मीडिया वर्कशॉप के चलते कहा था, जो कि 68वें डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय समिति की बैठक के होने के एक दिन पहले हुई थी। जहां करीब 11 देशों के मिनिस्टर, स्वास्थ्य प्राथमिकता और क्षेत्र के स्वास्थ्य अजेंडा के ऊपर विचार-विमर्श करते हैं। यह बैठक सितम्बर 7-11 तक चलेगी। इस दौरान वरिष्ठ ब्युरोकैट अंशू प्रकाश, भारत को दर्शा रहे हैं।

 

 

डायबिटीज टिप्स और नुस्खों के लिए ये भी पढ़ें - More Diabetes Tips and Remedy

Diabetes: ये तीन चीजें करेंगी ब्लड शुगर लेवल को कम, यहां है आयुर्वेदिक नुस्खे...

Eggs For Diabetes: क्‍या डायबिटीज रोगी खा सकते हैं अंडे? यहां है जवाब

 

 

प्राइवेट डॉक्टर्स, जो कि मरिजों को पर्चे में एंटीबायोटिक्स का सेवन करने के लिए लिखते हैं, उनसे दिशा-निर्देश के बारे में जब पूछा गया, तो भाटिया ने बताते हुए कहा कि कई बड़े हॉस्पिटल रिपोर्ट्स के साथ बाहर आए हैं। “चीज़े बदल रही है और सरकार इस मुद्दे पर दिलचस्पी दिखा रही है, जिसे बहुत जल्द सुलझाने की ज़रूरत है”।

उनका कहना था कि साल 2050 तक पूरी दुनिया में 10 मिलियन लोग एंटीबायोटिक की वज़ह से मरेंगे। “यह मानव जाति के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है”। एंटीबायोटिक काफी तेज़ दवाई है, जिससे बैक्टीरियल, फंगस और पैरासाइट से होने वाले इंफेक्शन समेत कई संक्रामक बीमारियां ठीक की जा सकती हैं। एंटीबायोटिक, वायरस से होने वाली बीमारी जैसे ज़ुखाम, खांसी, खराब गला और बुखार में काम नहीं करता है।

 

 

Sexual Health:  

सेक्स के दौरान ज्यादातर को पसंद नहीं होती ये बातें, रखें ध्यान 

 

बिस्तर पर उन खास पलों का बढ़ाना है समय, तो ध्यान रखें ये 5 बातें...

 

Reduced Sex Drive? 6 सुपरफूड जो बढ़ाएंगे आपकी लिबिडो
 

दिल की बीमारियों का खतरा दोगुना कर सकता है HIV Infection

 

 

 

एक्सपर्ट के अनुसार एंटीबायोटिक काफी तेज़ी से अपने प्रभाव को खो रहा है। एंटीबायोटिक, मरीजों के लिए किसी खतरे से कम नहीं रह गया है। उनका कहना था कि एंटीबायोटिक के विकास को धीरे करने के लिए एंटीबायोटिक को सही तरीके, सही तरह, सही डोज़ और उपयोग करने के सही समय पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

यह दवाई डॉक्टर के निर्धारित करने पर ही लेनी चाहिए। साथ ही यह आगे आने वाले समय और किसी दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए। क्षेत्र की सर्वोच्च नीति निर्माण, डब्ल्यूएचओ क्षेत्र समिति इस मुद्दे पर विचार करेगी। क्षेत्र समिति हर साल होती है, जिसे दक्षिण-पूर्व एशिया के 11 सदस्य देशों में से एक व्यक्ति होस्ट करता है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि क्षेत्र समिति की बैठक तिमोर-लेस्ते (दक्षिण-पूर्व एशिया देश) में हो रही है।

 

और खबरों के लिए क्लिक करें.