Diwali 2019: दिवाली में खोया से बनने वाली मिठाईयां हो सकती हैं नकली ऐसे पहचानें
खास बातें
- त्योहारों में मिठाई में मिले नकली खोया को पहचानें.
- खोया असली है या नकली इन ट्रिक से जानें.
- नकली खोया हो सकता है नुकसानदायक.
Diwali 2019: दिवाली का त्यौहार आते ही लोगों में हर्षोल्लास का माहौल बढ़ जाता है. हर तरफ रोशनी और घरों में बनी मिठाईयां इस त्यौहार में चार चांद लगा देते हैं. इस साल दिवाली 27 अक्टूबर को है. आमतौर पर यह त्योहार अक्टूबर या नवंबर में ही आता है. दिवाली पांच दिनों के त्योहारों का समूह है. इन पांच दिनों में धनतेरस (Dhanteras), छोटी दिवाली (Chhoti Diwali), बडी दिवाली (Badi Diwali), गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja) और भाई दूज (Bhai Dooj) आते हैं. दिवाली को खुशियों का त्योहार है. माना जाता है कि दिवाली के दिन भगवान श्री रामचन्द्र 14 वर्षों का बनवास काट कर अयोध्या लौटे थे. इस दिन अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था. भगवान रामचंद्र के स्वागत में तब से दीपोत्सव कर इस त्योहार को मनाया जाता है. कोई भी त्योहार बिना मिठाई के नहीं मनाया जाता है. दिवाली के मौके पर ज्यादातर लोग घरों में ही मिठाईयां बनाते हैं, लेकिन मिठाईयां चाहे घर पर बनाएं या बाहर से खरीदकर लाएं, ज्यादातर मिठाईयों में खोया डाला जाता है. आप बड़े आराम से मिठाई खाते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि त्योहारी सीजन में मिठाईयों में होने वाली मिलावट आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है. त्योहारों में मिठाईयों को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले खोया में मिलावट आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है. तो क्या आप भी जानना चाहते हैं नकली और असली खोया में क्या फर्क होता है. यहां हम बता रहे हैं कि कैसे नकली खोया से बनी मिठाई को कैसे पहचानें...