यह ख़बर 07 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भ्रष्टाचार के खिलाफ बंदूक उठाना चाहते हैं परेश रावल

खास बातें

  • परेश ने कहा, "कभी-कभी लगता है मैं नक्सलवादी बन जाऊं, बंदूक उठाऊं और इन राजनीतिज्ञों को गोली मार दूं। ये सभी नैतिकताहीन, काफी भ्रष्ट और निर्लज लोग हैं।"
पुणे:

प्रसिद्ध चरित्र और हास्य अभिनेता परेश रावल का कहना है कि भ्रष्टाचार से निराश हो कर कभी-कभी उनका मन बंदूक उठाने का करता है।

परेश ने कहा, "कभी-कभी लगता है मैं नक्सलवादी बन जाऊं, बंदूक उठाऊं और इन राजनीतिज्ञों को गोली मार दूं। ये सभी नैतिकताहीन, काफी भ्रष्ट और निर्लज लोग हैं।"

10वें 'पुलोत्सव मराठी महोत्सव' में मंगलवार रात 'पु लु स्मृति सम्मान' से नवाजे जाने के बाद परेश ने यह बात कही। अपनी गहरी भावना जाहिर करते हुए परेश ने कहा कि जिन लोगों के पास नहीं होता उन्हें कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

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उन्होंने कहा कि जब भी वह अखबार में हजारों, लाखों और करोड़ों रुपये के घोटाले के बारे में पढ़ते हैं तब उन्हें भारत को गरीब देश बुलाए जाने पर आश्चर्य होता है।