फ़िल्म 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' के विलेन का किरदार सबसे पहले बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर ख़ान को ऑफर हुआ था, लेकिन कुछ कारणवश आमिर ने इस भूमिका को निभाने के लिए मना कर दिया था। इसके बाद ये नेगेटिव रोल नीरज काबी को ऑफर हुआ।
सुशांत सिंह राजपूत स्टारर फ़िल्म 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' इस शुक्रवार को रिलीज़ हो चुकी है। जब ये फ़िल्म लिखी गई थी और इसे बनाने की तैयारी शुरू की गई थी, तब इसके निर्देशक दिबाकर बनर्जी विलेन के रोल का ऑफर लेकर आमिर खान के पास गए थे, मगर किसी वजह से आमिर ने इस किरदार को निभाने के लिए मना कर दिया था। इसके बाद इस भूमिका को निभाने के लिए नीरज काबी को तय किया गया।
सुशांत सिंह राजपूत ने एनडीटीवी को बताया, "आमिर खान को विलेन का ये रोल तब ऑफर हुआ था, जब बतौर हीरो मैं भी फ़िल्म से नहीं जुड़ा था। ये हकीकत है की दिबाकर बनर्जी आमिर के पास ऑफर लेकर गए थे, मगर तब मैं भी फ़िल्म का हिस्सा नहीं था"।
सुशांत ने ये भी कहा, "अगर आमिर इस फ़िल्म में होते तो बेशक इस फ़िल्म का हुलिया कुछ और होता, इसकी रंगत कुछ और होती लेकिन इस किरदार को नीरज काबी ने भी बहुत अच्छे से निभाया है। हमने शूटिंग से पहले वर्कशॉप भी की थी, वहां से ही इसका अलग रंग दिखा। हर कलाकार अपना रंग लेकर आता है, नीरज का भी अपना एक अलग रंग है"।
वैसे भी आमिर खान जल्दी अपने किरदार को दोहराते नहीं है और शायद आमिर ने इसलिए भी इस रोल के लिए मना कर दिया हो क्योंकि उस वक्त आमिर के निगेटिव रोल वाली फ़िल्म 'धूम3' रिलीज़ हुई थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं