अमिताभ बच्चन और रेखा... (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
रील लाइफ में एक दूसरे का हाथ पकड़कर चलने वाली कुछ जोड़ियां रियल लाइफ में बेशक हमसफर बनकर न चल सकीं, लेकिन मोहब्बत करने वालों का 'मसीहा' बनकर आज भी प्यार और सम्मान पाती हैं, और प्यार करने वाले हज़ारों-लाखों दिल उन्हें देख-देख धड़कते हैं. ये वे जोड़ियां हैं, जो सात फेरे तो नहीं ले पाईं, लेकिन फिर भी 'नंबर वन' कहलाईं.
अमिताभ बच्चन - रेखा
फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर' में अमिताभ बच्चन ने रेखा को 'मोहब्बत के मारों का मसीहा' क्या कहा, पब्लिक उनकी फैन हो चली, और यह जोड़ी प्रेम दीवानों के लिए मिसाल बन गई. 'दो अनजाने', 'नमकहराम', 'सुहाग' और 'मिस्टर नटवरलाल' सरीखी बड़ी फिल्में उनके खाते में शामिल हो गईं. अमिताभ के शादीशुदा होने के बावजूद इनके अफेयर के चर्चे आम होते रहे. जोड़ी हो तो अमिताभ और रेखा जैसी, यह जुमला लोगों की जुबान पर आम था. लोग इस जोड़ी के इस कदर दीवाने थे कि जब-जब ये साथ आए, निर्माताओं ने ढेरों माल कमाया. फिल्म 'सिलसिला' को तो उनकी निजी ज़िन्दगी की कहानी तक कहा गया. आज भी इस जोड़ी को दोबारा परदे पर देखने की कसक दर्शकों के दिलों में मौजूद है. अक्सर लोग आज भी उनसे यह पूछने से नहीं चूकते कि वे दोबारा साथ कब नजर आएंगे.
रणवीर सिंह - दीपिका पादुकोण
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण ने फिल्म 'गोलियों की रासलीला - राम लीला' में ऐसी कैमिस्ट्री पेश की कि लोग उनके दीवाने हो गए. इसके बाद आई 'बाजीराव मस्तानी' में भी दोनों ने प्रेम का वह रंग पेश किया कि लोगों की आंखों से आंसू बह निकले. दोनों युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं.
शाहरुख खान - काजोल
इस जोड़ी ने तो पहली ही फिल्म में 'मेड फॉर ईच अदर' का दर्जा हासिल कर लिया था. दोनों पहली बार 'बाज़ीगर' में साथ दिखे थे, और तब से अब तक इस जोड़ी का सिक्का चल ही रहा है. अच्छी-खासी चर्चित जोड़ियां भी इनके सामने फीकी लगती हैं. एक ओर 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' देख कितने ही दिलवालों ने अपनी दुल्हनियां को ले जाने की कसमें खाईं, और दूसरी और 'कुछ कुछ होता है' में दोस्ती को प्यार कहकर उन्होंने प्रेम की सुलझी परिभाषा दर्शकों के सामने रखी. शाहरुख और काजोल की जोड़ी ऐसी चली कि इंडस्ट्री भी उन्हें बेस्ट जोड़ी का खिताब दिए बगैर रह नहीं पाई. 'करण अर्जुन' और 'कभी खुशी कभी गम', 'माई नेम इज खान' भी उनकी हिट लिस्ट में शामिल हैं. दोनों आखिरी बार फिल्म 'दिलवाले' में साथ दिखे थे.
देवानंद - सुरैया
देवानंद ने अपनी किताब 'रोमांसिंग विद लाइफ' में अपने और सुरैया के प्रेम संबंधों को स्वीकार किया था. अदाकारी के साथ गायकी का जादू बिखेरने में माहिर सुरैया के देवानंद इस कदर दीवाने थे कि पूछो मत। उन दोनों की परदे पर उपस्थिति ही लोगों को रोमांच से भर देती थी. उन्होंने छह फिल्मों में साथ काम किया. कहते हैं, दोनों में प्यार फिल्म की शूटिंग के दौरान ही शुरू हुआ था. अभी दोनों को जोड़ी परदे पर रंग जमा ही रही थी कि सुरैया के घरवालों को इसकी भनक लग गई. सुरैया की नानी इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थीं. इसी दौरान देव साहब ने उन्हें प्यार की निशानी के तौर पर एक अंगूठी भी दी, जो रिश्ते टूटने के बाद सुरैया ने समंदर में फेंक दी. खैर, देवानंद ने तो कल्पना कार्तिक से शादी कर गृहस्थी बसा ली, लेकिन सुरैया ताउम्र किसी और से प्यार न कर सकीं. 'शायर', 'जीत', 'अफसर', 'सनम' और 'दो सितारों' जैसी फिल्मों में उनकी जोड़ी ने खूब रंग बिखेरे. यह जोड़ी लंबी पारी बेशक न खेल पाई, फिर भी प्यार करने वालों के दिलों में सुनहरी याद बनकर कैद है.
राजकपूर - नरगिस
'प्यार हुआ, इकरार हुआ, प्यार से फिर क्यों डरता है दिल...' नरगिस और राजकपूर पर फिल्माया यह गीत हज़ारों जवां दिलों में बंद प्रेम को जुबां पर ले आया. सालों पुराने इस गाने में जिस तरह उन्होंने प्रेम करने वालों की पैरवी की, वह काबिलेतारीफ है. बहुतों ने तो नरगिस व राजकपूर को देख प्यार में जीने-मरने की कसमें खाईं. उन्होंने करीब 16 फिल्मों में साथ काम किया, जिसमें से छह कपूर परिवार के बैनर तले ही बनी थीं. राजकपूर और नरगिस के बीच रील लाइफ में ही नहीं, रियल लाइफ में भी प्रेम पींगे भर रहा था, लेकिन लाखों प्रेमियों की आदर्श जोड़ी जीवन की डगर पर चार कदम भी साथ न चल सकी. इसके बावजूद आज तक लोग इन्हें बेस्ट जोड़ी के रूप में देखते हैं. इन्होंने 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'श्री 420', 'अंदाज़', 'प्यार', 'धुन', 'जागते रहो', 'बेवफा', 'पापी', 'जान पहचान' और 'अनहोनी' जैसी लीजेंड फिल्में साथ कीं. ब्रेकअप के बाद दोनों आखिरी बार फिल्म 'चोरी-चोरी' में नज़र आए, लेकिन प्यार के जो अंदाज़ उन्होंने युवाओं को सिखाए थे, वे आज भी दिलों में ज़िन्दा हैं.
अभिषेक बच्चन - रानी मुखर्जी
'युवा' में अभिषेक और रानी ने पति-पत्नी की ऐसी कैमिस्ट्री पेश की कि लोगों ने इस जोड़ी को रियल लाइफ जोड़ी के रूप में भी कबूल कर लिया. यही नहीं, उनकी तुलना अमिताभ और जया से होने लगी. 'बंटी और बबली' में दोनों ने पब्लिक का ऐसा दिल चुराया कि अब तक वापस करने का नाम नहीं लिया. 'ब्लैक' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिलने के दौरान रानी इतनी भावुक हो गईं कि स्टेज से नीचे उतरकर अभिषेक के गले लगीं. इसके बाद तो उनकी शादी की चर्चाएं होने लगीं. भले ही अभिषेक ने इसके बाद ऐश्वर्या राय से शादी कर सभी खबरों पर विराम लगा दिया, लेकिन आज भी जोड़ियों की बात होती है तो रानी-अभिषेक की जोड़ी का नाम सम्मान से लिया जाता है. हो भी क्यों नहीं, आज के दौर में परदे पर प्यार को नए अंदाज़ में पेश करने वाली यह जोड़ी लोगों के जहन में घर कर गई थी. इसके बाद 'लागा चुनरी में दाग' में भी दोनों साथ दिखाई दिए, लेकिन अभिषेक की शादी के बाद दोनों कहीं साथ नहीं दिखे. अब रानी भी आदित्य चोपड़ा के साथ घर बसा चुकी हैं. यह जोड़ी लोगों के दिलों में और जगह बना सकती थी, लेकिन बात आगे न बढ़ सकी.
अमिताभ बच्चन - रेखा
फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर' में अमिताभ बच्चन ने रेखा को 'मोहब्बत के मारों का मसीहा' क्या कहा, पब्लिक उनकी फैन हो चली, और यह जोड़ी प्रेम दीवानों के लिए मिसाल बन गई. 'दो अनजाने', 'नमकहराम', 'सुहाग' और 'मिस्टर नटवरलाल' सरीखी बड़ी फिल्में उनके खाते में शामिल हो गईं. अमिताभ के शादीशुदा होने के बावजूद इनके अफेयर के चर्चे आम होते रहे. जोड़ी हो तो अमिताभ और रेखा जैसी, यह जुमला लोगों की जुबान पर आम था. लोग इस जोड़ी के इस कदर दीवाने थे कि जब-जब ये साथ आए, निर्माताओं ने ढेरों माल कमाया. फिल्म 'सिलसिला' को तो उनकी निजी ज़िन्दगी की कहानी तक कहा गया. आज भी इस जोड़ी को दोबारा परदे पर देखने की कसक दर्शकों के दिलों में मौजूद है. अक्सर लोग आज भी उनसे यह पूछने से नहीं चूकते कि वे दोबारा साथ कब नजर आएंगे.
रणवीर सिंह - दीपिका पादुकोण
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण ने फिल्म 'गोलियों की रासलीला - राम लीला' में ऐसी कैमिस्ट्री पेश की कि लोग उनके दीवाने हो गए. इसके बाद आई 'बाजीराव मस्तानी' में भी दोनों ने प्रेम का वह रंग पेश किया कि लोगों की आंखों से आंसू बह निकले. दोनों युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं.
शाहरुख खान - काजोल
इस जोड़ी ने तो पहली ही फिल्म में 'मेड फॉर ईच अदर' का दर्जा हासिल कर लिया था. दोनों पहली बार 'बाज़ीगर' में साथ दिखे थे, और तब से अब तक इस जोड़ी का सिक्का चल ही रहा है. अच्छी-खासी चर्चित जोड़ियां भी इनके सामने फीकी लगती हैं. एक ओर 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' देख कितने ही दिलवालों ने अपनी दुल्हनियां को ले जाने की कसमें खाईं, और दूसरी और 'कुछ कुछ होता है' में दोस्ती को प्यार कहकर उन्होंने प्रेम की सुलझी परिभाषा दर्शकों के सामने रखी. शाहरुख और काजोल की जोड़ी ऐसी चली कि इंडस्ट्री भी उन्हें बेस्ट जोड़ी का खिताब दिए बगैर रह नहीं पाई. 'करण अर्जुन' और 'कभी खुशी कभी गम', 'माई नेम इज खान' भी उनकी हिट लिस्ट में शामिल हैं. दोनों आखिरी बार फिल्म 'दिलवाले' में साथ दिखे थे.
देवानंद - सुरैया
देवानंद ने अपनी किताब 'रोमांसिंग विद लाइफ' में अपने और सुरैया के प्रेम संबंधों को स्वीकार किया था. अदाकारी के साथ गायकी का जादू बिखेरने में माहिर सुरैया के देवानंद इस कदर दीवाने थे कि पूछो मत। उन दोनों की परदे पर उपस्थिति ही लोगों को रोमांच से भर देती थी. उन्होंने छह फिल्मों में साथ काम किया. कहते हैं, दोनों में प्यार फिल्म की शूटिंग के दौरान ही शुरू हुआ था. अभी दोनों को जोड़ी परदे पर रंग जमा ही रही थी कि सुरैया के घरवालों को इसकी भनक लग गई. सुरैया की नानी इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थीं. इसी दौरान देव साहब ने उन्हें प्यार की निशानी के तौर पर एक अंगूठी भी दी, जो रिश्ते टूटने के बाद सुरैया ने समंदर में फेंक दी. खैर, देवानंद ने तो कल्पना कार्तिक से शादी कर गृहस्थी बसा ली, लेकिन सुरैया ताउम्र किसी और से प्यार न कर सकीं. 'शायर', 'जीत', 'अफसर', 'सनम' और 'दो सितारों' जैसी फिल्मों में उनकी जोड़ी ने खूब रंग बिखेरे. यह जोड़ी लंबी पारी बेशक न खेल पाई, फिर भी प्यार करने वालों के दिलों में सुनहरी याद बनकर कैद है.
राजकपूर - नरगिस
'प्यार हुआ, इकरार हुआ, प्यार से फिर क्यों डरता है दिल...' नरगिस और राजकपूर पर फिल्माया यह गीत हज़ारों जवां दिलों में बंद प्रेम को जुबां पर ले आया. सालों पुराने इस गाने में जिस तरह उन्होंने प्रेम करने वालों की पैरवी की, वह काबिलेतारीफ है. बहुतों ने तो नरगिस व राजकपूर को देख प्यार में जीने-मरने की कसमें खाईं. उन्होंने करीब 16 फिल्मों में साथ काम किया, जिसमें से छह कपूर परिवार के बैनर तले ही बनी थीं. राजकपूर और नरगिस के बीच रील लाइफ में ही नहीं, रियल लाइफ में भी प्रेम पींगे भर रहा था, लेकिन लाखों प्रेमियों की आदर्श जोड़ी जीवन की डगर पर चार कदम भी साथ न चल सकी. इसके बावजूद आज तक लोग इन्हें बेस्ट जोड़ी के रूप में देखते हैं. इन्होंने 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'श्री 420', 'अंदाज़', 'प्यार', 'धुन', 'जागते रहो', 'बेवफा', 'पापी', 'जान पहचान' और 'अनहोनी' जैसी लीजेंड फिल्में साथ कीं. ब्रेकअप के बाद दोनों आखिरी बार फिल्म 'चोरी-चोरी' में नज़र आए, लेकिन प्यार के जो अंदाज़ उन्होंने युवाओं को सिखाए थे, वे आज भी दिलों में ज़िन्दा हैं.
अभिषेक बच्चन - रानी मुखर्जी
'युवा' में अभिषेक और रानी ने पति-पत्नी की ऐसी कैमिस्ट्री पेश की कि लोगों ने इस जोड़ी को रियल लाइफ जोड़ी के रूप में भी कबूल कर लिया. यही नहीं, उनकी तुलना अमिताभ और जया से होने लगी. 'बंटी और बबली' में दोनों ने पब्लिक का ऐसा दिल चुराया कि अब तक वापस करने का नाम नहीं लिया. 'ब्लैक' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिलने के दौरान रानी इतनी भावुक हो गईं कि स्टेज से नीचे उतरकर अभिषेक के गले लगीं. इसके बाद तो उनकी शादी की चर्चाएं होने लगीं. भले ही अभिषेक ने इसके बाद ऐश्वर्या राय से शादी कर सभी खबरों पर विराम लगा दिया, लेकिन आज भी जोड़ियों की बात होती है तो रानी-अभिषेक की जोड़ी का नाम सम्मान से लिया जाता है. हो भी क्यों नहीं, आज के दौर में परदे पर प्यार को नए अंदाज़ में पेश करने वाली यह जोड़ी लोगों के जहन में घर कर गई थी. इसके बाद 'लागा चुनरी में दाग' में भी दोनों साथ दिखाई दिए, लेकिन अभिषेक की शादी के बाद दोनों कहीं साथ नहीं दिखे. अब रानी भी आदित्य चोपड़ा के साथ घर बसा चुकी हैं. यह जोड़ी लोगों के दिलों में और जगह बना सकती थी, लेकिन बात आगे न बढ़ सकी.
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