यह ख़बर 19 सितंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

उम्र बाधा नहीं, जिंदगी को हर कदम पर लगाया गले : शबाना आजमी

मुंबई:

दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी गुरुवार को 64 साल की हो गईं। उनका यह जन्मदिन उनके 'हैप्पी बर्थडे सुनीता' नामक नाटक के अभ्यास में गुजरेगा। वह कहती हैं कि उनके लिए उम्र कोई बाधा नहीं है, क्योंकि उन्होंने जिंदगी को हर कदम पर गले लगाया है।

पेश है शबाना के साक्षात्कार का कुछ अंश :

-आप 64 की हो गई हैं। इस साल क्या योजना है?

19 सितंबर को लंदन में मेरे नाटक 'हैप्पी बर्थडे सुनीता' का मंचन शुरू हो रहा है। जावेद को मेरे पास आना है और मैं रोमांचित हूं। और किसी योजना की जरूरत नहीं है।

-आपको केक काटना और उपहार पाना अच्छा लगता है?

मुझे केक काटने में मजा नहीं आता। मुझे नहीं मालूम यह भारत में कब और क्यों शुरू हुआ। स्कूल में हमें पूरी कक्षा में हर बच्चे को सिर्फ दो टॉफी देने की इजाजत होती थी।

-लेकिन कुछ तो पसंद होगा?

फूल मेरी कमजोरी है और मुझे उन्हें पाना पसंद है, विशेषकर भारतीय खुशबू वाले फूल जैसे मोगरा, रजनीगंधा, सोनटका आदि।

-आपका सबसे यादगार जन्मदिन कौन सा है?

मेरा 50वां जन्मदिन। हर जगह से मेरे सारे दोस्त आए थे और जश्न के शोरगुल में अब्बा (मरहूम उर्दू शायर कैफी आजमी) शेरवानी और टोपी पहने खामोश बैठे थे, ऐसा लग रहा था कि मानो उनका जन्मदिन है। जावेद भी बहुत लाजवाब थे, लेकिन वे बेहद निजी बातें हैं।

-64 यह महज एक आंकड़ा है या इतनी उम्र का होने पर सच में फर्क पड़ता है?

मैं अपनी उम्र को लेकर बेफिक्र हूं। मैंने जिंदगी को हर कदम पर गले लगाया है। मुझे याद है कि जब मैंने अपना 50वां जन्मदिन मनाया तो लोग मायूस थे। मुझे मशविरा दिया गया था कि 'अपनी उम्र मत बताओ।' कितना बेवकूफाना है।

-कोई अधूरी ख्वाहिश?

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मैं पियानो बजाना चाहूंगी। हाय! अब बहुत देर हो गई।