नई दिल्ली:
मशहूर लेखक, कवि और गीतकार जावेद अख्तर ने एक संवाददाता के सवाल पर खिन्नता जाहिर करते हुए कहा कि फिल्म अभिनेता यदि अपनी लोकप्रियता का उपयोग कुछ सामाजिक भलाई के काम में करते हैं, तो इसमें क्या बुरा है। संवाददाता ने पूछा था कि क्या सेलेब्रिटी काले धन को छुपाने के लिए सामाजिक कार्यों का सहारा लेते हैं?
अख्तर ने गुरुवार को जी क्लासिक शो 'क्लासिक लीजेंड्स' के लांचिंग समारोह में गुरुवार को कहा, "वे काला धन नहीं लेते हैं। यदि वे किसी गांव में नलका ठीक कराने के लिए किसी गैरसरकारी संगठन (एनजीओ) के साथ जुड़ते हैं, तो क्या इसका मतलब यह हुआ कि वे काला धन का इस्तेमाल करते हैं? मैं यह नहीं मानता।"
उन्होंने कहा, "फिल्म उद्योग में काला धन 1960 और 1970 के दशक में था, जब मैं इसमें आया था। अब यह समाप्त हो चुका है। कोई इसका उपयोग नहीं करता है। अब कम्पनी और बैंकिंग प्रणाली आ गई है।"
अख्तर ने गुरुवार को जी क्लासिक शो 'क्लासिक लीजेंड्स' के लांचिंग समारोह में गुरुवार को कहा, "वे काला धन नहीं लेते हैं। यदि वे किसी गांव में नलका ठीक कराने के लिए किसी गैरसरकारी संगठन (एनजीओ) के साथ जुड़ते हैं, तो क्या इसका मतलब यह हुआ कि वे काला धन का इस्तेमाल करते हैं? मैं यह नहीं मानता।"
उन्होंने कहा, "फिल्म उद्योग में काला धन 1960 और 1970 के दशक में था, जब मैं इसमें आया था। अब यह समाप्त हो चुका है। कोई इसका उपयोग नहीं करता है। अब कम्पनी और बैंकिंग प्रणाली आ गई है।"
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