नई दिल्ली:
वर्ष 1991 में रिलीज हुई फिल्म 'सौगांध' से फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले अक्षय कुमार ने ये सौगंध खा ली थी कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बनकर ही रहूंगा. और आखिरकार वो दिन आ ही गया. सालों की मेहनत के बदले अक्की को मिला उनका पहला नेशनल अवॉर्ड. ये सम्मान फिल्म 'रुस्तम' में अपने शानदार अभिनय के लिए अक्षय ने जीता है. जबकि निर्देशक और नेशनल अवार्ड जूरी हेड प्रियदर्शन ने बयान जारी करते हुए कहा कि 'अक्षय कुमार को 'रुस्तम' और 'एयरलिफ्ट' दोनों फिल्मों के लिए ये राष्ट्रीय सम्मान दिया गया है.' कुछ तकनीकी कारणों की वजह से सिर्फ 'रुस्तम' का नाम विजेता सूची में शामिल हुआ, लेकिन उन्होंने दोनों ही फिल्मों में काफी अलग तरह का और बेहतरीन अभिनय किया है. जिसके बाद हमें दोनों फिल्मों के लिए उन्हें अवॉर्ड देना उचित लगा.'
अक्षय कुमार इन दिनों सोनम कपूर के साथ फिल्म 'पैड मैन' की शूटिंग कर रहे हैं. सोनम की फिल्म 'नीरजा' को भी बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला है. दोनों ने अपनी खुशी सोशल मीडिया पर एक साथ तस्वीर डालते हुए जाहिर की और लिखा 'किसे पता था कि ये होगा. हम बहुत आश्चर्यचकित और शुक्रगुजार हैं.' अक्षय ने ट्विटर पर वीडियो के जरिए भी सबका शुक्रिया अदा किया और कहा कि 'ये अवॉर्ड मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत खास है.'
अब तक मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
अपने अंदाज से बॉलीवुड में अपना अलग मुकाम बनाने वाले अक्षय कुमार ने अपनी पहचान बॉलीवुड के खानों के बराबर बना रखी है. फिल्म 'अजनबी' के लिए बेस्ट विलेन, 'गरम मसाला' और 'मुझसे शादी करोगी' के लिए बेस्ट कॉमेडियन, 'बेबी' के लिए बेस्ट एक्टर से नवाजे गए अक्षय ने हर रोल में अपने अभिनय की छाप छोड़ी है.
फिटनेस के मामले में अक्षय हैं सबसे आगे
दिल्ली में पैदा हुए अक्षय उर्फ राजीव ओम भाटिया शुरू से ही एक्टर बनना चाहते थे. बॉलीवुड में खिलाड़ी के नाम से फेमस अक्षय कुमार ने ना सिर्फ रोमांटिक या कॉमेडी बल्कि हर किस्म की फिल्म की है. अक्षय बचपन से ही बड़े फिट हैं, जिससे ये खिलाड़ी की इमेज वाली फिल्मों के लिए भी एकदम सूट करते हैं.
ऐसी है अक्षय की पर्सनल लाइफ
अक्षय कुमार की पर्सनल लाइफ की बात करें तो आपको बता दें कि खिलाड़ी कुमार का नाम कई एक्ट्रेसेस के साथ जोड़ा जा चुका है, जिसमें शिल्पा शेट्टी, रवीना टंडन, रेखा और कैटरीना कैफ के अलावा और कई नाम शामिल हैं. हालांकि अकी ने सबका दिल तोड़ते हुए आखिरकार 17 जनवरी 2001 को ट्विंकल खन्ना से शादी कर ली.
राजीव ओम भाटिया से कैसे बने अक्षय कुमार
खिलाड़ी कुमार का नाम राजीव ओम भाटिया है, जिसे उन्होंने बदलकर अक्षय कुमार रख लिया था. अक्षय ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरी पहली फिल्म थी आज (1987). जिसे महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था और उसमें मेरा 4.5 सेकेंड का रोल था. फिल्म में कुमार गौरव ने लीड रोल निभाया था और उनके कैरेक्टर का नाम अक्षय था. फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं गौरव के कैरेक्टर और उनकी एक्टिंग को देखता रहता था. एक दिन न जाने मुझे क्या हुआ? मैं कोर्ट गया और अपना नाम बदलवा लिया. इंटरव्यू में अक्षय ने बताया था कि बस एक दिन बांद्रा इस्ट कोर्ट गया और बदलवा लिया. फिर मैं काम पर गया, किस्मत ने साथ दिया और इसके बाद मुझे फिल्में मिलने लगीं.'
अक्षय का ऐसे पड़ा खिलाड़ी कुमार नाम
फिल्म खिलाड़ी की सफलता के बाद बॉलीवुड में अक्षय, खिलाड़ी कुमार के नाम से जाने जाने लगे और इसके बाद कई सारे फिल्म निर्माताओं ने खिलाड़ी नाम को इस्तेमाल करते हुए कई सारी फिल्में बनाई, जिनमें अक्षय को काम करने का मौका मिला. इसके अलावा साल 1994 में आने वाली एक के बाद एक हिट फिल्मों ने अक्षय के करियर को नया मुकाम दिया, जिसमें मोहरा, सुहाग, ऐलान और मैं अनाड़ी तू खिलाड़ी जैसी कुछ फिल्में शामिल हैं.
अक्षय ने ऐसे बदली एक्शन हीरो वाली इमेज
इस तरह की फिल्में करने के बाद लोगों के लिए अक्षय बस केवल एक्शन हीरो की इमेज वाले हो गए थे. जिसे बाद में अक्षय ने साल 2000 में फिल्म 'हेरा फेरी' में काम करने के बाद बदल दिया. अपनी सकरात्मक सोच के लिए पॉपुलर अक्षय कई मौकों पर कहते हुए दिख जाते हैं कि 'हम असल में कुछ खास नहीं करते हैं, क्योंकि भगवान ही सबसे बड़ा स्क्रिप्ट राइटर है, कभी-कभी वो कमाल कर देता है.' प्रोडक्शन में दिलचस्पी रखने वाले अक्षय कुमार कहते हैं कि वो फिल्में कभी डायरेक्ट नहीं करेंगे.
साल में परिवार के लिए निकालते हैं 2 महीने का समय
फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल से ज्यादा समय बिता चुके अक्षय कुमार की लाइफस्टाइल और रूटीन बॉलीवुड के ज्यादातर सितारों से बिल्कुल अलग है. साल में चार फिल्में करने के बाद भी उनके पास परिवार के लिए वक्त की कमी नहीं रहती. वो अपने काम को इस तरह से मैनेज करते हैं कि साल में 2 महीने आसानी से परिवार के साथ बिताने के लिए निकाल लेते हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि अक्षय स्टारडम के मामले में बॉलीवुड की खान तिकड़ी के सामने नहीं ठहरते, लेकिन फटाफट फिल्में निपटाने और दर्शकों के बीच अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराकर बॉक्स ऑफिस पर अपनी बादशाहत कायम रखते हैं.
अक्षय कुमार इन दिनों सोनम कपूर के साथ फिल्म 'पैड मैन' की शूटिंग कर रहे हैं. सोनम की फिल्म 'नीरजा' को भी बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला है. दोनों ने अपनी खुशी सोशल मीडिया पर एक साथ तस्वीर डालते हुए जाहिर की और लिखा 'किसे पता था कि ये होगा. हम बहुत आश्चर्यचकित और शुक्रगुजार हैं.' अक्षय ने ट्विटर पर वीडियो के जरिए भी सबका शुक्रिया अदा किया और कहा कि 'ये अवॉर्ड मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत खास है.'
अब तक मिल चुके हैं कई अवॉर्ड
अपने अंदाज से बॉलीवुड में अपना अलग मुकाम बनाने वाले अक्षय कुमार ने अपनी पहचान बॉलीवुड के खानों के बराबर बना रखी है. फिल्म 'अजनबी' के लिए बेस्ट विलेन, 'गरम मसाला' और 'मुझसे शादी करोगी' के लिए बेस्ट कॉमेडियन, 'बेबी' के लिए बेस्ट एक्टर से नवाजे गए अक्षय ने हर रोल में अपने अभिनय की छाप छोड़ी है.
फिटनेस के मामले में अक्षय हैं सबसे आगे
दिल्ली में पैदा हुए अक्षय उर्फ राजीव ओम भाटिया शुरू से ही एक्टर बनना चाहते थे. बॉलीवुड में खिलाड़ी के नाम से फेमस अक्षय कुमार ने ना सिर्फ रोमांटिक या कॉमेडी बल्कि हर किस्म की फिल्म की है. अक्षय बचपन से ही बड़े फिट हैं, जिससे ये खिलाड़ी की इमेज वाली फिल्मों के लिए भी एकदम सूट करते हैं.
ऐसी है अक्षय की पर्सनल लाइफ
अक्षय कुमार की पर्सनल लाइफ की बात करें तो आपको बता दें कि खिलाड़ी कुमार का नाम कई एक्ट्रेसेस के साथ जोड़ा जा चुका है, जिसमें शिल्पा शेट्टी, रवीना टंडन, रेखा और कैटरीना कैफ के अलावा और कई नाम शामिल हैं. हालांकि अकी ने सबका दिल तोड़ते हुए आखिरकार 17 जनवरी 2001 को ट्विंकल खन्ना से शादी कर ली.
राजीव ओम भाटिया से कैसे बने अक्षय कुमार
खिलाड़ी कुमार का नाम राजीव ओम भाटिया है, जिसे उन्होंने बदलकर अक्षय कुमार रख लिया था. अक्षय ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरी पहली फिल्म थी आज (1987). जिसे महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था और उसमें मेरा 4.5 सेकेंड का रोल था. फिल्म में कुमार गौरव ने लीड रोल निभाया था और उनके कैरेक्टर का नाम अक्षय था. फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं गौरव के कैरेक्टर और उनकी एक्टिंग को देखता रहता था. एक दिन न जाने मुझे क्या हुआ? मैं कोर्ट गया और अपना नाम बदलवा लिया. इंटरव्यू में अक्षय ने बताया था कि बस एक दिन बांद्रा इस्ट कोर्ट गया और बदलवा लिया. फिर मैं काम पर गया, किस्मत ने साथ दिया और इसके बाद मुझे फिल्में मिलने लगीं.'
अक्षय का ऐसे पड़ा खिलाड़ी कुमार नाम
फिल्म खिलाड़ी की सफलता के बाद बॉलीवुड में अक्षय, खिलाड़ी कुमार के नाम से जाने जाने लगे और इसके बाद कई सारे फिल्म निर्माताओं ने खिलाड़ी नाम को इस्तेमाल करते हुए कई सारी फिल्में बनाई, जिनमें अक्षय को काम करने का मौका मिला. इसके अलावा साल 1994 में आने वाली एक के बाद एक हिट फिल्मों ने अक्षय के करियर को नया मुकाम दिया, जिसमें मोहरा, सुहाग, ऐलान और मैं अनाड़ी तू खिलाड़ी जैसी कुछ फिल्में शामिल हैं.
इस तरह की फिल्में करने के बाद लोगों के लिए अक्षय बस केवल एक्शन हीरो की इमेज वाले हो गए थे. जिसे बाद में अक्षय ने साल 2000 में फिल्म 'हेरा फेरी' में काम करने के बाद बदल दिया. अपनी सकरात्मक सोच के लिए पॉपुलर अक्षय कई मौकों पर कहते हुए दिख जाते हैं कि 'हम असल में कुछ खास नहीं करते हैं, क्योंकि भगवान ही सबसे बड़ा स्क्रिप्ट राइटर है, कभी-कभी वो कमाल कर देता है.' प्रोडक्शन में दिलचस्पी रखने वाले अक्षय कुमार कहते हैं कि वो फिल्में कभी डायरेक्ट नहीं करेंगे.
साल में परिवार के लिए निकालते हैं 2 महीने का समय
फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल से ज्यादा समय बिता चुके अक्षय कुमार की लाइफस्टाइल और रूटीन बॉलीवुड के ज्यादातर सितारों से बिल्कुल अलग है. साल में चार फिल्में करने के बाद भी उनके पास परिवार के लिए वक्त की कमी नहीं रहती. वो अपने काम को इस तरह से मैनेज करते हैं कि साल में 2 महीने आसानी से परिवार के साथ बिताने के लिए निकाल लेते हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि अक्षय स्टारडम के मामले में बॉलीवुड की खान तिकड़ी के सामने नहीं ठहरते, लेकिन फटाफट फिल्में निपटाने और दर्शकों के बीच अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराकर बॉक्स ऑफिस पर अपनी बादशाहत कायम रखते हैं.
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