New Delhi:
सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन का करियर शुरू करने वाले मशहूर तमिल फिल्मकार के बालाचंदर को 58वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में दादा साहेब फाल्के सम्मान से नवाजा जाएगा। इरू कोडुगल, अपूर्वा रागांगल और एक दूजे के लिए जैसी फिल्में बनाने वाले 81 वर्षीय लेखक, निर्देशक और निर्माता बालाचंदर ने अपने कैरियर में करीब 80 फिल्में बनाई। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल कल विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में 58वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान करेंगी । निर्देशक सलीम अहमद और सह निर्माता अशरफ बेदी को मलयालम फिल्म अदामिंते माकन अबू के लिए स्वर्ण कमल और ढाई-ढाई लाख रुपये नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। एक दंपति की मक्का में हज करने जाने की ख्वाहिश पर बनी इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (सलीम कुमार) का भी पुरस्कार मिला। निर्माता अरबाज खान और मलाइका अरोड़ा खान के साथ निर्देशक अभिनव कश्यप को सलमान खान अभिनीत दबंग के लिए संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया जाएगा जबकि विशाल भारद्वाज की इश्कियां भी चार पुरस्कार लेगी। तमिल फिल्म आडुकलम के लिए वेत्रीमारन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दिया जाएगा। अभिनेता धनुष को क्रमश: इन्हीं फिल्मों के लिए संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिलेगा। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मराठी फिल्म बाबू बैंड बाजा के लिए मिताली जगताप वराडकर और तमिल फिल्म थेंमेरूक्कू पेरूवक्कात्रू के लिए सरन्या पोंवन्नन को दिया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार तमिल फिल्म नम्मा ग्रामम के लिए सुकुमारी और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार तमिल फिल्म मायना के लिए जेटी रमैय्या को दिया जाएगा। इश्कियां के गीत धीरे-धीरे जलना के लिए रेखा भारद्वाज को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका का पुरस्कार मिलेगा। विशाल भारद्वाज को इसी फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के तौर पर रजत कमल दिया जाएगा। इश्कियां को सर्वश्रेष्ठ लोकेशन साउंड रिकॉर्डिंग और फाइनल ट्रैक की री रिकार्डिंग का पुरस्कार भी मिलेगा।
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