जावेद अख्तर ने सोनू निगम का समर्थन किया है.
नई दिल्ली:
अजान की वजह से नींद टूटने के सोनू निगम के ट्वीट पर गीतकार जावेद अख्तर का कहना है कि प्रार्थना ऐसी होनी चाहिए कि उससे किसी को परेशानी न हो. उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "जहां तक मैं सोचता हूं चाहे मस्जिद हो, मंदिर हो, चर्च हो या गुरुद्वारा हो, जगह कोई भी हो आप अपनी प्रार्थना ऐसे करें जिससे किसी और को परेशानी न हो." इस सप्ताह की शुरुआत में सोनू निगम में एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे और धार्मिक स्थलों में लाउड स्पीकरों के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी. सोनू पहला ट्वीट अजान को लेकर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, "ईश्वर सबको आशिर्वाद दे. मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुझे अजान की आवाज से उठना पड़ा. भारत में यह धार्मिक जबरदस्ती कब खत्म होगी."
इस बीच अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी इस विवाद पर अपनी राय दी है. उन्होंने यह साफ किया कि उन्हें अजान की आवाज अच्छी लगती है पर सोनू निगम की राय का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, "मैं अपने बारे में बात करूं तो कोई भी धार्मिक गतिविधि चाहे वह गुरुद्वारे में हो, मंदिर में हो या मस्जिद में हो मुझे बहुत पसंद है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जो वह कह रहे हैं उसे नजरअंदाज करना चाहिए. यह उनकी राय है और इसके लिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए. और सोशल मीडिया की खासियत ही यही है कि यहां उठने वाली बात पर चर्चा होनी चाहिए."
सोनू निगम ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को गुंडागर्दी कहा था, जिसके बाद ट्विटर पर लंबी बहस शुरू हो गई थी. उन्हें एंटी-मुस्लिम भी कहा गया, वहीं कुछ लोगों ने उनके इस कदम को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया.
सोनू निगम के ट्वीट के बाद पश्चिम बंगाल के एक मौलवी ने उनके खिलाफ फतवा जारी करते हुए कहा था कि जो उनका सिर गंजा कर, उन्हें जूते पहनाकर उन्हें देश में घुमाएगा वह उन्हें 10 लाख रुपये देंगे. मौलवी के इस फतवे के बाद सोनू निगम ने अपना सिर मुंडवा लिया था. हालांकि मौलवी ने बाद में 10 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया.
(इनपुट एजेंसियों से)
इस बीच अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी इस विवाद पर अपनी राय दी है. उन्होंने यह साफ किया कि उन्हें अजान की आवाज अच्छी लगती है पर सोनू निगम की राय का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, "मैं अपने बारे में बात करूं तो कोई भी धार्मिक गतिविधि चाहे वह गुरुद्वारे में हो, मंदिर में हो या मस्जिद में हो मुझे बहुत पसंद है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि जो वह कह रहे हैं उसे नजरअंदाज करना चाहिए. यह उनकी राय है और इसके लिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए. और सोशल मीडिया की खासियत ही यही है कि यहां उठने वाली बात पर चर्चा होनी चाहिए."
सोनू निगम ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को गुंडागर्दी कहा था, जिसके बाद ट्विटर पर लंबी बहस शुरू हो गई थी. उन्हें एंटी-मुस्लिम भी कहा गया, वहीं कुछ लोगों ने उनके इस कदम को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया.
सोनू निगम के ट्वीट के बाद पश्चिम बंगाल के एक मौलवी ने उनके खिलाफ फतवा जारी करते हुए कहा था कि जो उनका सिर गंजा कर, उन्हें जूते पहनाकर उन्हें देश में घुमाएगा वह उन्हें 10 लाख रुपये देंगे. मौलवी के इस फतवे के बाद सोनू निगम ने अपना सिर मुंडवा लिया था. हालांकि मौलवी ने बाद में 10 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया.
(इनपुट एजेंसियों से)
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