अमिताभ बच्चन की जि़ंदगी के वो मोड़ जो अगर नहीं आते तो....

अमिताभ बच्चन की जि़ंदगी के वो मोड़ जो अगर नहीं आते तो....

फिल्म 'पीकू' में अमिताभ बच्चन ने एक प्यारे लेकिन थोड़े से सनकी बुज़ुर्ग का रोल निभाया है

यूं तो अमिताभ बच्चन के प्रशंसक अपने पसंदीदा और चेहते सितारे पर मोहब्बत बरसाने के लिए किसी विशेष दिन का इंतज़ार नहीं करते लेकिन 11 अक्टुबर फिर भी एक आधिकारिक दिन है जिस दिन लाखों-करोड़ों लोग अपने सुपरस्टार बिग बी का जन्मदिन मनाते हैं।

बच्चन के बचपन की तस्वीर

बॉलीवुड के शहंशाह माने जाने वाले बच्चन रविवार को 73 साल के हो गए हैं लेकिन उनकी उर्जा के सामने कोई भी नौजवान सितारा पानी भर सकता है। वैसे कई लोग बच्चन की इस एनर्जी के पीछे उनकी जिंदगी के वो तमाम उतार-चढ़ाव मानते हैं जिन्होंने उन्हें रुकने या थमने की जगह आगे बढ़ना सिखाया।
नैनिताल के शेरवुड कॉलेज से अमिताभ बच्चन ने पढ़ाई की है

ऐसा ही पहला मोड़ तब आया जब उन्होंने कोलकाता की लगी-लगाई नौकरी छोड़कर एक्टिंग में किस्मत आज़माने का मन बनाया। हालांकि उनकी भारी आवाज़ को ऑल इंडिया रेडियो ने खारिज कर दिया और फिल्मफेयर की एक टैलेंट प्रतियोगिता में भी बात नहीं बन पाई। 

अमिताभ अपने पिता हरिवंश राय बच्चन के साथ

मुंबई आने के बाद भी बच्चन के लिए राह आसान नहीं रही और जैसा कि 1999 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनके पास एक ड्रायविंग लायसेंस था और उन्होंने सोच लिया था कि अगर बात नहीं बनी तो वह टैक्सी चलाना शुरू कर देंगे।
कुछ इसे किस्मत कहते हैं और कुछ लगन, वजह जो भी हो बच्चन को अपनी पहली ही फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' के लिए नवोदित कलाकार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल गया।

कुली का सीन जिसे करने के दौरान बच्चन घायल हो गए थे
 
इसके बाद तमाम सफल-असफल फिल्मों का दौर चल पड़ा और फिर 1983 में फिल्म कुली आई जिसमें एक सीन के दौरान बिग बी गंभीर रूप से घायल हो गए और बात जान तक आ गई। बताया जाता है कि जया बच्चन अपने पति की सलामती के लिए नंगे पैर सिद्धीविनायक मंदिर गईं थीं। करोड़ों लोगों की दुआएं रंग लाई और बच्चन पूरी तरह ठीक हो गए।
बिग बी ने राजनीति में किस्मत आज़माई
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एक और मोड़ तब आया जब बच्चन ने राजनीति में कदम रखा और इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ा और जीत भी गए।  लेकिन बोफोर्स मामले में नाम आने के बाद बच्चन ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। बाद में उन पर लगे सभी आरोप हटा दिए गए।
 

90 के दशक में अमिताभ का करियर ढलान पर जा रहा था और उन्होंने करियर से आधे रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। इसी दौरान उनकी कंपनी एबीसीएल ने 1996 में मिस वर्ल्ड का आयोजन किया जिसने उन्हें आर्थिक तौर पर ऐसे दलदल की ओर धकेल दिया कि मुंबई के 'प्रतिक्षा' बंगले को गिरवी रखने की नौबत आ गई।

साल 2000 में बच्चन ने 'कौन बनेगा करोड़पति' के साथ दूसरी पारी की शुरूआत की जो इतनी सुपरहिट रही कि उसके अभी तक के सारे सीज़न (एक को छोड़कर) बिग बी ने ही होस्ट किए हैं। फिल्मी चेहरों की टेलीवज़न के साथ दोस्ती करवाने में अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा योगदान है। फिल्मों के साथ साथ टेलीविज़न पर भी बच्चन इतने छाए हुए हैं कि एक नए टीवी शो के साथ वह जल्द आ रहे हैं जिसका नाम है 'आज की रात है ज़िंदगी'

कहते हैं आग में तपकर ही सोने में चमक आती है। ज़िंदगी में आए इन उतार-चढ़ाव के बावजूद 73 की उम्र में भी अमिताभ बच्चन का लगातार डटे रहने का जज़्बा उन्हें भीड़ में एकदम ख़ास बनाता है।