फिल्‍म रिव्‍यू : 'घायल वन्स अगेन' में है दम!

फिल्‍म रिव्‍यू : 'घायल वन्स अगेन' में है दम!

मुंबई:

सनी देओल की फिल्‍म 'घायल वन्स अगेन' रिलीज हो चुकी है। फ़िल्म में मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं सनी देओल, सोहा अली ख़ान, ओम पुरी, नरेंद्र झा, टिस्का चोपड़ा, मनोज जोशी और नादिरा बब्बर ने।

फ़िल्म के निर्देशक हैं खुद सनी देओल। ये फ़िल्म 1990 की सुपरहिट 'घायल' का सीक्वल है और इसकी कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पहली फ़िल्म खत्म हुई थी। फ़िल्म की कहानी में अजय मेहरा, बलवंत राय के क़त्ल के इल्ज़ाम में अपनी सज़ा काट चुका है और अब वो 'सत्यकाम' नाम का एक न्यूज़ चैनल चलाता है। एक दिन कुछ बच्चे उसे बताते हैं कि उनके पास सबूत के तौर एक वीडियो है। फिर यहीं से शुरू होती है 'घायल वन्स अगेन' की आगे की कहानी जिसमें भ्रष्ट नेता हैं, ताक़तवर कारोबारी और उसका घमंडी बेटा है। फ़िल्म में पुलिस, सिस्टम के हाथ की कठपुतली बनी नजर आती है। इसके अलावा फ़िल्म में इमोशन है। इससे ज़्यादा जानने के लिए आपको सिनेमाघरों में जाकर फ़िल्म देखनी पड़ेगी।

 

बात फ़िल्म की ख़ामियों और खूबियों की
फ़िल्म की सबसे कमज़ोर कड़ी है इसके स्पेशल इफ़ेक्ट्स जिनकी क्वालिटी और बेहतर हो सकती थी। स्क्रीनप्ले और कसा जा सकता था। पीछा और झगड़े यानी फ़ाइट सीन्स ज़रा लंबे हैं। फ़िल्म का मेकिंग स्टाइल नब्बे और आज के दौर के बीच झूलता है। शायद ये इसलिए किया गया क्योंकि फ़िल्म की कहानी की शुरूआत ही 90 के दशक से होती है, मुझे ये समझ में आया पर शायद कई दर्शक ना समझ पाएं।

बात खूबियों की करें तो वक्त की नज़ाकत को समझते हुए सनी ने फ़िल्म को युवाओं से जोड़ने की कोशिश की है और बतौर निर्देशक मुझे उनका ये क़दम अच्छा लगा। फ़िल्म के फ़ाइट सीक्वेंस लंबे तो हैं पर अच्छे हैं। चेज़ यानी पीछा करने के सीन्स दर्शकों को पर्दे से नज़र हटाने नहीं देंगे। हो सकता है कि कई लोग 'गदर' और 'घायल' वाले सनी को देखने की उम्मीद से सिनेमाघरों में जाएं पर वैसा सनी आपको यहां नज़र नहीं आएगा। फ़िल्म की अच्छी बात ये है कि कहानी में बदलते वक्त के साथ फ़िल्म मेकिंग भी बदलती है पर पर्दे पर सनी को आज के दर्शक अपना पाते हैं या नहीं ये कहना मुश्किल है।

 

वैसे ये कहना ग़लत नहीं होगा कि बतौर हीरो सनी में आज भी दम है।
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नरेंद्र झा और फ़िल्म में बाक़ी बच्चों ने भी अच्छा काम किया है। फ़िल्म के संगीत की बात करें तो गाना लपक झपक जुबान पर टिकता है। मुझे लगता है कि जो लोग सनी के फ़ैन नहीं वो भी इस फ़िल्म को एक बार देख सकते हैं। मेरी ओर से घायल वन्स अगेन को 3 स्टार्स।