
'द लीजेंड ऑफ माइकल मिश्रा' को पंजाब में बैन किया गया है.
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
ख़ामियों से भरी पड़ी है फिल्म 'द लीजेंड ऑफ माइकल मिश्रा'.
अरशद वारसी, बमन ईरानी, अदिति राव हैदरी निभा रहे हैं मुख्य किरदार.
फिल्म दर्शकों को बांधकर रखने में असफल.
फ़िल्म की कहानी की अगर बात की जाए तो फिल्म में अरशद वारसी यानी 'माइकल मिश्रा' का क़िरदार बिहार का किडनैपर है जिसे वर्षा शुक्ला यानी आदिति राव हैदरी से मोहब्बत हो जाती है और इसी इश्क में वह अपराध जगत को छोड़ने का फ़ैसला करता है. यही है फ़िल्म की कहानी.
अब फ़िल्म की ख़ूबी और ख़ामियों की बात करें तो मुझे लगता है कि फ़िल्म में ख़ामियां ही ख़ामियां हैं. फिर चाहे कहानी हो, स्क्रीनप्ले हो, एक्टिंग हो या फिर फ़िल्म का निर्देशन हो.
'द लीजेंड ऑफ़ माइकल मिश्रा' किसी भी मोड़ पर आपको न तो रोचक लगती है और न ही दर्शकों को बांधकर रख पाती है. आप फ़िल्म देखते वक्त यही सोचते रहेंगे कि डायरेक्टर और एक्टर आख़िर कर क्या रहे हैं और आख़िर क्या सोचकर यह फ़िल्म बनाई है. मुझे फ़िल्म में एक भी ख़ूबी नज़र नहीं आई इसलिए मेरी ओर से फ़िल्म को एक स्टार!
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
द लीजेंड ऑफ माइकल मिश्रा, फिल्म रिव्यू, अरशद वारसी, अदिति राव हैदरी, Film Review, The Legend Of Michael Mishra, Arshad Warsi, Aditi Rao Hydari