निर्देशक के तौर पर अजय देवगन की पहली फिल्म है 'शिवाय'.
मुंबई:
फिल्म 'शिवाय' हिमालय की वादियों में रहने वाले एक आदमी शिवाय की कहानी है जिसे बुल्गारिया में रहने वाली ओलगा नाम की एक लड़की से प्रेम हो जाता है. ओलगा और शिवाय की गौरा नाम की एक बेटी होती है, कुछ समय के बाद ओलगा अपने देश लौट जाती है. ओलगा के जाने के बाद गौरा ही शिवाय की दुनिया है. गौरा की ज़िद पर उसे उसकी मां से मिलवाने के लिए शिवाय उसे लेकर बुल्गारिया जाता है जहां गौरा का अपहरण हो जाता है. गौरा का अपहरण कौन और क्यों करता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.
'शिवाय' एक एक्शन थ्रिलर है जिसमें अजय देवगन ने बेहतरीन एक्शन किया है. उनका हिमालय की बर्फीली चोटियों से छलांग लगाना और अपने आपको ज़िंदा बचा लेना देखने में अच्छा लगता है. हिमालय और बुल्गारिया के खूबसूरत लोकेशनों में फिल्म की शूटिंग की गई है. फिल्म में कैमरा वर्क अच्छा है और सभी एक्शन और नज़ारों को बेहद खूबसूरती से कैद किया गया है. बाप-बेटी के बीच के प्यार और इनके खूबसूरत रिश्ते के इर्दगिर्द इस फिल्म की कहानी घूमती है. साथ ही फिल्म देह व्यापार और इससे लिए मासूम लड़कियों और बच्चों की खरीद फरोख्त पर रोशनी डालती है.
फिल्म की कमजोरियों की बात करें तो यह करीब 3 घंटे की फिल्म है जो कहानी के हिसाब से बेहद लंबी है. फिल्म का पहला भाग या खासतौर पर शुरू के 40 मिनट बेहद धीमी गति से चलते हैं. एक्शन और कार चेसिंग के सीन जरूरत से ज्यादा लंबे हैं. यहां तक की क्लाइमेक्स भी काफी लंबा लगता है. इस फिल्म को देखने के बाद मैंने महसूस किया कि इसे सवा दो से ढाई घंटे में भी पूरा किया जा सकता था. फिल्म के भावनात्मक दृश्यों पर और अधिक फोकस की जरूरत थी. फिल्म के टाइटल ट्रैक के अलावा कोई भी गाना ऐसा नहीं है जो याद रह सके.
अगर आप अजय देवगन के फ़ैन हैं, आपको पर्दे पर सुन्दर नज़ारे और दिल दहला देने वाला एक्शन पसंद है तो आप इस फिल्म को एक बार जरूर देख सकते हैं क्योंकि एक्शन और खूबसूरत दृश्यों को पर्दे पर उतारने के लिए की गई मेहनत पर्दे पर दिखती है. फिल्म के लिए मेरी रेटिंग है 3 स्टार.
'शिवाय' एक एक्शन थ्रिलर है जिसमें अजय देवगन ने बेहतरीन एक्शन किया है. उनका हिमालय की बर्फीली चोटियों से छलांग लगाना और अपने आपको ज़िंदा बचा लेना देखने में अच्छा लगता है. हिमालय और बुल्गारिया के खूबसूरत लोकेशनों में फिल्म की शूटिंग की गई है. फिल्म में कैमरा वर्क अच्छा है और सभी एक्शन और नज़ारों को बेहद खूबसूरती से कैद किया गया है. बाप-बेटी के बीच के प्यार और इनके खूबसूरत रिश्ते के इर्दगिर्द इस फिल्म की कहानी घूमती है. साथ ही फिल्म देह व्यापार और इससे लिए मासूम लड़कियों और बच्चों की खरीद फरोख्त पर रोशनी डालती है.
फिल्म की कमजोरियों की बात करें तो यह करीब 3 घंटे की फिल्म है जो कहानी के हिसाब से बेहद लंबी है. फिल्म का पहला भाग या खासतौर पर शुरू के 40 मिनट बेहद धीमी गति से चलते हैं. एक्शन और कार चेसिंग के सीन जरूरत से ज्यादा लंबे हैं. यहां तक की क्लाइमेक्स भी काफी लंबा लगता है. इस फिल्म को देखने के बाद मैंने महसूस किया कि इसे सवा दो से ढाई घंटे में भी पूरा किया जा सकता था. फिल्म के भावनात्मक दृश्यों पर और अधिक फोकस की जरूरत थी. फिल्म के टाइटल ट्रैक के अलावा कोई भी गाना ऐसा नहीं है जो याद रह सके.
अगर आप अजय देवगन के फ़ैन हैं, आपको पर्दे पर सुन्दर नज़ारे और दिल दहला देने वाला एक्शन पसंद है तो आप इस फिल्म को एक बार जरूर देख सकते हैं क्योंकि एक्शन और खूबसूरत दृश्यों को पर्दे पर उतारने के लिए की गई मेहनत पर्दे पर दिखती है. फिल्म के लिए मेरी रेटिंग है 3 स्टार.
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