सलमान खान (फाइल फोटो)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                मुंबई: 
                                        पिछले दिनों जब 'बजरंगी भाईजान' का एक गाना रिलीज हुआ था, तभी इस फिल्म के निर्माता सलमान खान से पूछा गया था कि क्या उन्होंने अपनी फ़िल्म में 'भर दो झोली मेरी या मोहम्मद' कव्वाली डालने की इजाजत ली है।
तब उन्होंने कहा था कि ये कव्वाली बहुत पुरानी है और मुझे उम्मीद है कि इसके इस्तेमाल पर किसी को कोई ऐतराज नहीं होगा। मगर, सलमान की उम्मीदों के विरुद्ध ऐतराज शुरू हो गया और ये आपत्ति जताई है, इस कव्वाली के सिंगर और कम्पोजर पाकिस्तान के मशहूर साबरी ब्रदर्स के बेटे अमजद फरीद साबरी ने।
अमजद साबरी ने एक अखबार को दिए बयान में कहा है कि उनकी इजाजत के बिना इस कव्वाली को फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में डाला गया है, जो उन्हें बुरा लगा। अमजद ने कहा है कि 1975 में 'भर दो झोली मेरी या मोहम्मद' कव्वाली को उनके चाचा मकबूल अहमद साबरी ने बनाया था और उनके पिता हाजी गुलाम फरीद साबरी ने सभी भाइयों के साथ गया था।
इसके कव्वाली के मालिकाना हक और कॉपीराइट के सभी दस्तावेज और सबूत मेरे पास हैं और मैं इस कव्वाली को बिना इजाजत के फिल्म में डालने के खिलाफ अदालत जाऊंगा। अमजद ने यह भी बताया कि बहुत पहले टी-सीरीज से फोन आया था कि तब हमने उनसे कहा था कि इस पर और आगे बात कर लेते हैं, मगर बाद में कोई बात नहीं हुई और अचानक पता चला की इस कव्वाली को अदनान सामी पर फिल्माकर फिल्म का हिस्सा बना दिया गया।
इस कव्वाली का इस्तेमाल भी ठीक से नहीं हुआ है। अब अमजद साबरी अदालत जाने की तैयारी में हैं, मगर उससे पहले वह सलमान खान से इस मुद्दे पर बात करना चाहते हैं। उम्मीद यही है कि मामले को आपस में सुलझा लिया जाएगा।
                                                                        
                                    
                                तब उन्होंने कहा था कि ये कव्वाली बहुत पुरानी है और मुझे उम्मीद है कि इसके इस्तेमाल पर किसी को कोई ऐतराज नहीं होगा। मगर, सलमान की उम्मीदों के विरुद्ध ऐतराज शुरू हो गया और ये आपत्ति जताई है, इस कव्वाली के सिंगर और कम्पोजर पाकिस्तान के मशहूर साबरी ब्रदर्स के बेटे अमजद फरीद साबरी ने।
अमजद साबरी ने एक अखबार को दिए बयान में कहा है कि उनकी इजाजत के बिना इस कव्वाली को फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में डाला गया है, जो उन्हें बुरा लगा। अमजद ने कहा है कि 1975 में 'भर दो झोली मेरी या मोहम्मद' कव्वाली को उनके चाचा मकबूल अहमद साबरी ने बनाया था और उनके पिता हाजी गुलाम फरीद साबरी ने सभी भाइयों के साथ गया था।
इसके कव्वाली के मालिकाना हक और कॉपीराइट के सभी दस्तावेज और सबूत मेरे पास हैं और मैं इस कव्वाली को बिना इजाजत के फिल्म में डालने के खिलाफ अदालत जाऊंगा। अमजद ने यह भी बताया कि बहुत पहले टी-सीरीज से फोन आया था कि तब हमने उनसे कहा था कि इस पर और आगे बात कर लेते हैं, मगर बाद में कोई बात नहीं हुई और अचानक पता चला की इस कव्वाली को अदनान सामी पर फिल्माकर फिल्म का हिस्सा बना दिया गया।
इस कव्वाली का इस्तेमाल भी ठीक से नहीं हुआ है। अब अमजद साबरी अदालत जाने की तैयारी में हैं, मगर उससे पहले वह सलमान खान से इस मुद्दे पर बात करना चाहते हैं। उम्मीद यही है कि मामले को आपस में सुलझा लिया जाएगा।
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                                        सलमान खान, बजरंगी भाईजान, पाकिस्तान, कव्वाली, विवाद, Salman Khan, Controversy, Qawwaali, Bajrangi Baijan, Pakistan