मुंबई : फ़िल्म 'ओ माय गॉड' और 'पीके' के बाद एक और फ़िल्म आ रही है जो धर्म के व्यापारियों और ठेकेदारों पर छींटाकशी करेगी। इस फ़िल्म का नाम है 'धर्म संकट में'। इस फ़िल्म में नसीरुद्दीन शाह, परेश रावल और अनु कपूर मुख्य भूमिका निभा रहे हैं और ये तीनों पहली बार किसी फ़िल्म में साथ नज़र आने वाले हैं। फ़िल्म 'धर्म संकट में' में दिखाया जा रहा है धर्म के नाम पर धंधा।
परेश रावल, नसीरुद्दीन शाह और अनु कपूर फ़िल्म के प्रचार में जुटे हैं। इस मौके पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा, 'हमारी फ़िल्म धर्म के व्यापारियों का मज़ाक उड़ा रही है और ये भी दर्शा रही है कि किस तरह लोग अपने फायदे के लिए धर्म का इस्तेमाल करते हैं।'
'धर्म संकट में' की कहानी एक ऐसे इंसान के सफ़र की है जिसे बहुत बाद में अपनी या अपने धर्म की पहचान होती है और ये किरदार है परेश रावल का। उन्होंने प्रचार के समय बताया, 'मैं धर्म पाल तिवारी की भूमिका में हूं और अचानक पता चलता है कि मैं हिन्दू नहीं मुसलमान हूं और यहीं से सफ़र शुरू होता है तलाश के लिए।'
ये फ़िल्म 10 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है। 'धर्म संकट में' के द्वारा निर्देशक फवाद खान बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं। और इस से पहले फ़िल्म 'ओ माय गॉड' और 'पीके' का विषय भी कुछ ऐसा था। इन दोनों फिल्मों में भी धर्म के व्यापारियों का मज़ाक उड़ाया गया था।
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