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This Article is From Aug 07, 2015

बीच-बीच में कॉमेडी करने से सुकून मिलता है : नाना पाटेकर

बीच-बीच में कॉमेडी करने से सुकून मिलता है :  नाना पाटेकर
नाना पाटेकार की फाइल तस्वीर
मुंबई: अभिनेता नाना पाटेकर ने अपने फिल्मी सफ़र में हर तरह की भूमिकाएं निभाई है और उनके हर रूप को पसंद भी किया गया है मगर नाना पाटेकर का मानना है की बीच बीच में कॉमेडी उन्हें सुकून देता है। इसलिए वो सीरियस फिल्मों के बीच बीच में कॉमेडी फिल्में करना चाहते हैं।

नाना पाटेकर की आने वाली फ़िल्म है 'वेलकम बैक' है जिसमें नाना पाटेकर ने उदय शेट्टी की भूमिका निभाया है जो की कॉमेडी से भरा है।

इस फ़िल्म के प्रमोशन के दौरान नाना पाटेकर ने कहा की "मुझे मीनिंगफुल सिनेमा पसंद है मगर बीच बीच में मैं वेलकम बैक जैसी कॉमेडी फ़िल्म करना चाहता हूं क्योंकि ऐसी फिल्में थोड़ी राहत देती हैं। न ही मुझे कुछ सोचना है न ही दर्शकों को कुछ सोचना है। कोई लॉजिक नहीं ढूंढना है। केवल हंसना हंसाना है"।

नाना पाटेकर की 90 के दशक में गुस्से वाले समाज और सिस्टम से लड़ने वाली भूमिकाएं निभाते थे। फिल्मों से कुछ सन्देश देते थे और आज भी नाना की ज़्यादातर फिल्में और भूमिकाएं सीरियस होती हैं मगर बीच बीच में नाना फ़िल्म वेलकम, राजू बन गया जेंटलमेन, ब्लफ मास्टर जैसी मज़ाकिया और हलके फुल्के किरदार करते रहते हैं।

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