बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान, निर्माणाधीन फिल्म ‘पीके’ के निर्देशक और अन्य अभिनेताओं के खिलाफ गुरुवार को चांदनी चौक इलाके में शूटिंग के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई।
प्राथमिकी तब दर्ज की गई जब स्थानीय लोगों ने एक दृश्य पर आपत्ति जताई, जिसमें भगवान शिव की वेशभूषा धारण किए एक व्यक्ति को रिक्शा खींचते दिखाया गया, जिसमें बुर्का पहने दो महिलाएं बैठी थीं।
शुरुआत में लोगों ने सोचा कि अभिनेता रामलीला पार्टी के सदस्य हैं, लेकिन कैमरे को देखने पर उन्होंने मुद्दे के बारे में जांच-पड़ताल की। भगवान शिव की तरह वेशभूषा धारण किए व्यक्ति को लोगों ने पकड़ लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गश्त ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने मामले के बारे में पूछताछ की और तीनों अभिनेताओं को कोतवाली थाने ले गया।
तीनों अभिनेताओं ने पुलिस से कहा कि यह फिल्म का स्वप्न दृश्य था और उनके पास शूटिंग के लिए अनुमति और सभी कानूनी दस्तावेज हैं, लेकिन उग्र भीड़ थाने पहुंच गई थी और उसने यह आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी कि वे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने अभिनेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए :किसी वर्ग की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने की मंशा से पूजा स्थल को अपवित्र करने और 153 ए :विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को प्रोत्साहन देने: को लेकर प्राथमिकी दर्ज की। एक पुलिस सूत्र ने बताया कि आमिर खान और फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी को प्राथमिकी में नामजद किया गया है।
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