Sri Lanka : पीएम पर दबाव बढ़ा, सर्वदलीय बैठक के बाद मांगा गया इस्तीफा; 10 बातें

श्रीलंका (Sri Lanka) साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी  मिलने के बाद से अभूतपूर्व आर्थिक संकट (Economic Crisis) का सामना कर रहा है.

Sri Lanka Crisis : श्रीलंका में प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में आपातकाल (Emergency) लगाने की घोषणा की. इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को घेर लिया. स्पीकर ने रानिल विक्रमसिंघे को देश का कार्यकारी राष्ट्रपति नियुक्त किया. पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसूगैस (Teargas) के गोले दाग रही है लेकिन प्रदर्शनकारी बेकाबू नज़र आ रहे हैं. पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

जानें इससे जुड़ीं 10 प्रमुख बातें

  1.  श्रीलंका (Sri Lanka) के कार्यकारी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe)  ने टेलीविज़न पर दिए एक भाषण में श्रीलंका की सेना और पुलिस को आदेश दिए हैं कि श्रीलंका में कानून व्यवस्था लागू करने के लिए जो बन सके वो करें. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी उन्हें उनकी जिम्मेदारियां निभाने से रोकना चाहते हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों के हमले के बाद दिए भाषण में उन्होंने कहा कि फासीवादियों को सत्ता हथियाने नहीं दी जा सकती.

  2. श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने गुरुवार सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू का ऐलान किया है. इसके लिए गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. विक्रमसिंघे ने सेना और पुलिसबल को कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए काम करने की पूरी छूट भी दे दी है.   

  3. श्रीलंका में आपातकाल लागू होने के बीच बुधवार शाम को सर्वदलीय बैठक हुई. नेता चाहते हैं कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के त्यागपत्र के आधिकारिक ऐलान के पहले प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे पद छोड़ दें. विपक्षी नेता चाहते हैं कि संसद स्पीकर कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभालें.  

  4. श्रीलंका में संसद के स्पीकर ने सभी पार्टियों की आपात बैठक बुलाई है.अमेरिकी दूतावास ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में राजनैतिक और आर्थिक संकट को देखते हुए एहतिहात के तौर पर अपनी सेवाएं अगले दो दिन के लिए बंद कर दी हैं.  

  5. खबरों के मुताबिक, आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बीच एक 26 साल के युवक को सांस लेने में परेशानी महसूस हुआ और प्रदर्शन स्थल के पास उसकी मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग भी की है. 

  6. राष्ट्रपति गोटाबाया ने वादा किया था कि वो 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे लेकिन गिरफ्तारी की बढ़ती आशंका को देखते हुए वो इस्तीफे से पहले ही देश से भाग गए . इसके बाद गुस्साए विरोध प्रदर्शन गोटाबाया के खिलाफ नारे लगा रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

  7. सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने NDTV को बताया कि वो संसद की ओर बढ़ेगें और वहां तब तक विरोध प्रदर्शन करेंगे जब तक राष्ट्रपति पद से इस्तीफा नहीं दे देते.  प्रदर्शनकारी रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे की मांग भी कर रहे हैं.  

  8. सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए  आंसू गैस छोड़ी जा रही है और पानी की बौछारों का प्रयोग किया जा रहा है लेकिन इसका प्रदर्शनकारियों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है.

  9. इससे पहले श्रीलंका में 6 मई को अभूतपूर्व आर्थिक संकट और सरकार विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए दो सप्ताह पहले आपातकाल लागू किया गया था. लेकिन फिर बाद में सरकार ने हालात सुधरते देख 21 मई को आपातकाल हटा लिया था. 

  10. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर फरार हो गए हैं. जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के उन्होंने अपने देश से मालदीव के लिए उड़ान भरी है. राष्ट्रपति के रूप में, राजपक्षे को गिरफ्तारी से छूट प्राप्त है. हिरासत में लिए जाने की संभावना से बचने के लिए वे पद छोड़ने से पहले विदेश चले गए.