दो दिन के दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी को कई सौगातें दीं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का सपना गरीबों की जिंदगी में बदलाव लाने और विकास के जरिये मध्यम वर्ग समेत समाज के हर तबके का सशक्तिरकण का है और हम जिस प्रकल्प का शिलान्यास करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं, वरना राजनीतिक कारण से शिलान्यास होते रहे हैं और योजनाएं पूरी नहीं होतीं. पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि पहले ऐसी सरकारें आकर गई जिन्होंने सरकारी तिजोरी को चुनाव जीतने के कार्य में तबाह कर दिया जबकि हमारी सरकार गरीबों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिये योजनाओं को आगे बढ़ा रही हैं. प्रधानमंत्री ने करीब 1 हजार करोड़ की लागत वाली कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान प्रधानमंत्री तुलसी मानस मंदिर में रामायण पर डाक टिकट भी जारी किया
पीएम मोदी का भाषण और काशी को क्या मिला
- प्रधानमंत्री ने करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से वस्त्र मंत्रालय द्वारा पेश संकुल का उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएम ने कहा कि 300 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह इमारत, केवल इमारत नहीं है, बल्कि भारत के सामर्थ्य का परिचय कराने वाली है. यह हमारे काशी क्षेत्र के शिल्पकारों, बुनकरों की ऐसी कथा को संजोये है जो भविष्य के नये दरवाजे खोलने की ताकत रखती है.
- पीएम ने कहा कि मैं यहां के आटोरिक्शा चालाकों से आग्रह करूंगा कि काशी में अगर कोई पर्यटक आता है तो आग्रह करके उसे यहां जरूर ले आयें और एक ही जगह पर काशी क्षेत्र के सामर्थ्य का परिचय करायें. इससे काशी के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और यह एक नयी आर्थिक गतिविधि का केन्द्र बनेगा.
- मोदी ने कहा कि जब वह वाराणसी से सांसद बनने के बाद बुनकरों से बात कर रहे थे, तब उनमें से बहुतों ने कहा कि उनके बच्चे उनके पुश्तैनी काम से नहीं जुड़ना चाहते. तभी लगा कि इतना बड़ा आर्थिक गतिविधि का हथियार अगर हमारे परिवारों से छूट जाएगा तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं कर सकेगा. उन्होंने कहा कि गरीब का सशक्तिकरण हो, अगर हमारे गरीब के हाथ में कुछ सामर्थ्य आ जाए, कोई अर्थव्यवस्था बन जाए, काम करने का अवसर मिल जाए, तो गरीब गरीब नहीं रह जायेगा.
- पीएम ने कहा कि आज किसी भी गरीब के मन में अपनी संतानों को विरासत में गरीबी देने की इच्छा नहीं है. वो भी चाहता है कि उसकी संतानों को विरासत में गरीबी नहीं मिले. वो भी मेहनत, मजदूरी करके काम करे, लेकिन सम्मान के साथ जिंदगी जिये. हर गरीब का अपनी भावी पीढ़ी के लिये जो सपना है, मेरी सरकार का वही सपना है.
- प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा और वाराणसी के बीच शुरू की गयी महामना एक्सप्रदेश को हरी झंडी दिखायी. उन्होंने कहा कि वडोदरा और वाराणसी दोनों ही स्थानों पर लोगों ने उन्हें लोकसभा चुनाव भारी मतों से जिताया था. जब एक सीट छोड़ने की बात आयी तो उन्होंने सोचा कि बड़ोदरा को आगे बढ़ाने के लिये वहां उनके बहुत से साथी हैं, लेकिन काशी के लिये अगर समय खपाते हैं तो शायद उनके जीवन को संतोष होगा. इसलिये उन्होंने काशी की सेवा को चुना. आज खुशी है कि वडोदरा और बनारस को महामना एक्सप्रेस से जोड़ा जा रहा है. यह रेलगाड़ी बडोदरा से सूरत होते हुए बनारस पहुंचेगी.
- उन्होंने कहा कि गुजरात से कपड़ा सबसे पहले अहमदाबाद से चलता हुआ बनारस आया था. आज महामना एक्सप्रेस से इसे वडोदरा से जोड़ा जा रहा है. यह ऐसी रेल की व्यवस्था है जिसका सीधा सम्बन्ध आर्थिक गतिविधि के साथ ज्यादा है. इसके लिये रेल मंत्रालय को बधाई.
- मोदी ने कहा कि काशी में आज एक वाटर एम्बुलेंस का भी लोकार्पण हुआ है. जब मैंने पहली बार जल संवाहिनी का विचार रखा था तो कई लोगों को आश्चर्य हुआ था. मैंने कहा कि यातायात की समस्या के निदान के लिये हमें जलमार्ग का भी उपयोग करना चाहिये. जलमार्ग की ताकत को आर्थिक विकास से जोड़ने और पर्यटन के नाते जो गतिविधियां होती हैं, उससे और आगे बढ़ाने के लिये हमने कई प्रयास किये हैं.