प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बुधवार को लालकिले की प्राचीर से 82 मिनट का भाषण दिया जो 15 अगस्त को दिया गया उनका तीसरा सबसे छोटा संबोधन रहा. प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल यानी वर्ष 2017 में स्वतंत्रता दिवस पर अपना सबसे छोटा भाषण दिया था. तब उनका भाषण 54 मिनट का था. देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘आज मेरा सौभाग्य है कि इस पावन अवसर पर मुझे देश को एक और खुशखबरी देने का अवसर मिला है. साल 2022, यानि आजादी के 75वें वर्ष में और संभव हुआ तो उससे पहले ही, भारत ‘गगनयान’ के जरिये अंतरिक्ष में तिरंगा लेकर जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर, वर्ष 2022 तक भारत का बेटा या बेटी अंतरिक्ष में जाएगी.
10 बातें
जम्मू-कश्मीर के लिए अटल जी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत. मैंने भी कहा है, जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है. हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. हम गले लगाकर कश्मीर का विकास करना चाहते हैं और हम गोली-गाले के रास्ते पर नहीं चलना चाहते.
तीन तलाक़ पर हमने संसद में बिल लाया, लेकिन कुछ लोग इसे पास नहीं होने दे रहे. 72वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं से वादा करता हूं, मैं उन्हें न्याय दिलाने के लिए काम करता रहूंगा.
किसानों की फ़सल का MSP दोगुना किया और 2022 तक किसानों की आय दोगुना करेंगे. आज हमारा पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र में बदलाव और आधुनिकता लाने का है. हमने सपना देखा है कि आजादी के 75 साल पूरे होने तक किसानों की आय दोगुनी होगी.
हर भारतीय के घर में शौचालय हो, हर भारतीय अपने मनचाहे क्षेत्र में कुशलता हासिल कर सके, हर भारतीय को अच्छी औऱ सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुलभ हो, हर भारतीय को बीमा का सुरक्षा कवच मिले.
मैं व्यग्र हूं, अपने नागरिकों की Quality of Life को सुधारने के लिए, मैं अधीर हूं, क्योंकि हमें ज्ञान-आधारित चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करनी है, मैं आतुर हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि देश अपनी क्षमताओं और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए.
मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है, मैं बेचैन हूं, हमारे बच्चों के विकास में बाधा बने कुपोषण से देश को मुक्त कराने के लिए, मैं व्याकुल हूं, देश के हर गरीब तक समुचित Health cover पहुंचाने के लिए, ताकि वो बीमारी से लड़ सके.
हर भारतीय इंटरनेट की दुनिया से जुड़ सके
हर भारतीय के पास अपना घर हो, हर भारतीय के घर में बिजली कनेक्शन हो, हर भारतीय की रसोई धुआं मुक्त हो और हर भारतीय के घर में जरूरत के मुताबिक जल पहुंचे
भारत को अपने विज्ञानियों पर गर्व है, जो शोध में लगातार आगे बढ़ रहे है, और नए विचार सोचने में अग्रणी हैं. वर्ष 2022, या उससे भी पहले, भारत अंतरिक्ष में तिरंगा फहरा देगा. वर्ष 2022 तक हम एक भारतीय को अंतरिक्ष में भेज देंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेना में नियुक्त महिला अधिकारियों के लिए पुरुष के समकक्ष पारदर्शी चयन प्रक्रिया द्वारा स्थायी कमीशन की घोषणा करता हूं. देश की महिलाएं आज पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. आज देश अनुभव कर रहा है कि खेत से लेकर खेल के मैदानों तक पुरुषों की बराबरी कर रही हैं