एनसीपी की कोर कमेटी ने शरद पवार के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है.
नई दिल्ली:
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की कमेटी ने शरद पवार (Sharad Pawar) के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) ने यह जानकारी दी है.
- एनसीपी कमेटी ने आज शरद पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है. एनसीपी कमेटी ने सर्वसम्मति से उनके इस्तीफे को खारिज कर दिया. एनसीपी कमेटी के द्वारा शरद पवार का एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा नामंजूर करने के बाद कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला. इस खबर के सामने आते ही एनसीपी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.
- प्रफुल्ल पटेल ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम उनके इस्तीफे को वापस लेने के प्रस्ताव को लेकर को शरद पवार साहब से मिलेंगे. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल पार्टी ने पार्टी के बड़े नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी.
- वहीं शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से निराश एक कार्यकर्ता ने आज शुक्रवार को मुंबई में पार्टी दफ्तर के बाहर ज्वलनशील पदार्थ छिड़कर आत्मदाह करने की कोशिश की.
- एनसीपी की मीटिंग में पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम तय करने के लिए शरद पवार ने समिति का गठन किया था जिसमें प्रफुल्ल पटेल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, सुनील तटकरे, पीसी चाको, नरहरि जनरहरि, दिलीप वलसे-पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ शामिल थे.
- शरद पवार ने 2 मई को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. ऐलान के बाद से ही इस्तीफे का विरोध जारी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने भी गुरुवार को पवार से इस्तीफा वापस लेने की अपील की थी.
- राकांपा की अपना अगला अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी के दक्षिण मुंबई कार्यालय में शीर्ष नेताओं की एक अहम बैठक हुईऔर इस बैठक में पवार से इस्तीफे को नामंजूर कर दिया.
- बैठक में “मैं साहेब के साथ हूं” संदेश वाली टोपी पहने राकांपा के कई कार्यकर्ताओं ने मांग की कि शरद पवार पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें. अजीत पवार, सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल सहित राकांपा के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति ने सुबह ग्यारह बजे से कुछ मिनट पहले यह तय करने के लिए अपनी बैठक शुरू की.
- पवार ने मंगलवार को उस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था, जिसकी स्थापना उन्होंने 1999 में की थी तथा उस समय उन्होंने अपना राजनीतिक रास्ता तय करने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी.
- राज्यसभा सदस्य और विपक्ष के दिग्गज नेताओं में से एक पवार ने कहा था कि वह राकांपा प्रमुख का पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं. यह घोषणा उन अटकलों के बीच की गई कि पवार के भतीजे अजीत पवार और कुछ विधायक सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिला सकते हैं.
- शरद पवार ने अपने इस्तीफे में लिखा था, 'मेरे साथियों! मैं NCP के प्रेसिडेंट का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं. लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है. मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा. लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा. लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं.'