पीएम मोदी ने सोमवार को मजेन्टा लाइन का उद्घाटन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाइक के साथ सफर किया. 12.64 किलोमीटर लंबी यह लाइन नोएडा के बोटैनिकल गार्डन को दक्षिण दिल्ली के कालकाजी मंदिर से जोड़ती है. इस लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने से नोएडा और दक्षिण दिल्ली के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी. यह बोटैनिकल गार्डन (नोएडा)-जनकपुरी वेस्ट गलियारे का हिस्सा है.
मजेन्टा लाइन से जुड़ी दस बातें
पीएम मोदी ने सोमवार को मजेन्टा लाइन का उद्घाटन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाइक के साथ सफर किया.
12.64 किलोमीटर के इस हिस्से में कुल नौ स्टेशन - बोटैनिकल गार्डन, ओखला बर्ड सैंक्चुअरी, कालिंदी कुंज, जसोला विहार शाहीन बाग, ओखला विहार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, सुखदेव विहार, ओखला एनएसआईसी तथा कालका मंदिर - होंगे.
अब तक किसी भी यात्री को बोटैनिकल गार्डन से कालकाजी आने के लिए पहले ट्रेन पकड़कर 10 स्टेशन पार करते हुए लगभग 29 मिनट की यात्रा के बाद मंडी हाउस पहुंचना पड़ता था, और फिर मेट्रो बदलकर लगभग 28 मिनट की यात्रा में 10 और स्टेशन पार करने पड़ते थे... इस पूरी यात्रा में 47 मिनट मेट्रो में गुज़ारने और 5 मिनट मेट्रो बदलने में लगाने की वजह से कुल 52 मिनट खर्च होते थे, और अब यह 52 मिनट का सफर सिर्फ 19 मिनट का रह जाएगा, जिससे यात्री का कम से कम आधा घंटा बचेगा.
दिल्ली मेट्रो की मजेन्टा लाइन के इस हिस्से से विद्यार्थी खासतौर से लाभान्वित होंगे, क्योंकि इसी लाइन पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा एमिटी यूनिवर्सिटी आती हैं.
नोएडा से फरीदाबाद की यात्रा करने वाले यात्री भी कालकाजी मंदिर पर ट्रेन बदल सकेंगे, और सीधे फरीदाबाद जा सकेंगे, जिससे उनका भी काफी समय बचेगा.
बोटैनिकल गार्डन से जनकपुरी वेस्ट तक जाने वाली कुल 38.23 किलोमीटर की इस मजेन्टा लाइन पर हौज़खास में ट्रेनें बदलने वाला स्टेशन (इंटरचेन्जेबल स्टेशन) भी होगा... जब यह लाइन पूरी तरह चालू हो जाएगी, नोएडा से गुड़गांव जाने वाले यात्री हौज़खास में ट्रेन बदल सकेंगे, और उन्हें बेहद भीड़भाड़ वाले राजीव चौक स्टेशन तक नहीं जाना पड़ेगा... मिली ख़बरों के मुताबिक यह लाइन अगले वर्ष चालू हो जाएगी.
इस कॉरिडोर पर अत्याधुनिक ड्राइवर-रहित ट्रेनों का इस्तेमाल किया जाएगा, जो अपनी किस्म के पहले सिगनलिंग सिस्टम का प्रयोग करती हैं, जिसे कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कन्ट्रोल (CBTC) कहा जाता है... हालांकि फिलहाल दो-तीन साल की शुरुआती अवधि में इन ट्रेनों में ड्राइवर रहेंगे.
नोएडा का बोटैनिकल गार्डन स्टेशन दिल्ली मेट्रो का पहला ट्रेनें बदलने वाला स्टेशन (इंटरचेन्जेबल स्टेशन) होगा, जो दिल्ली की सीमा से बाहर होगा.
प्लेटफॉर्म पर प्रतीक्षा करने की अवधि भी मौजूदा दो मिनट से घटकर 90 सेकंड रह जाएगी.
इस लाइन पर हर स्टेशन पर ऑटोमेटिड प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर होंगे, जैसे लंदन ट्यूब की जुबली लाइन पर होते हैं... बताया गया है कि इस लाइन की ट्रेनों में वाई-फाई सुविधा भी उपलब्ध होगी, व्हीलचेयर एरिया के निकट यात्रियों के बैकरेस्ट भी होंगे, तथा यूएसबी पोर्ट की सुविधा भी मौजूद होगी.