तस्वीर सौजन्य : PTI
आरक्षण पर केन्द्र के आश्वासन के बाद हरियाणा के कुछ इलाकों में जाटों का आंदोलन नरम पड़ा है। लेकिन कई इलाकों में जाट समुदाय अभी भी प्रदर्शन कर रहा है। हिंसा में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 घायल हो चुके हैं।
पढ़े अहम जानकारियां :
- हरियाणा के पानीपत में हालात सामान्य हो रहे हैं लेकिन सोनीपत के गन्नौर से हिंसा की ख़बरें आई हैं। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक मालगाड़ी में आग लगा दी है।
- आंदोलन में सबसे ज्यादा नुकसान रोहतक को हुआ है और अभी भी हालात यहां सामान्य नहीं है। रोहतक और सोनीपत में फिर से हिंसक वारदातों की खबरें आ रही हैं। यहां गाड़ियों को जलाया गया है जिससे एनएच 1 का ट्रैफिक सस्पेंड कर दिया गया है। रोहतक पुलिस लाइन में सेना और अर्द्धसैनिक बलों को हेलीकॉप्टर से उतारा जा रहा है. रोहतक पुलिस लाइन में सबसे ज़्यादा सुरक्षा बल मौजूद हैं।
- जाट आंदोलन ने सबसे ज़्यादा नुकसान रेलवे को पहुंचाया है। तमाम गाड़ियां रोक दी गई हैं, उनके रूट बदले गए हैं हज़ारों मुसाफ़िर परेशान हैं। इस आंदोलन से अब तक 1000 गाड़ियां प्रभावित हुई हैं।
- पानीपत, कैथल, जींद, भिवानी, रोहतक. झज्जर, सोनीपत, हिसार और गुड़गांव कुल 9 ज़िलों में स्कूल, कॉलेज अब भी बंद हैं। रोहतक, भिवानी, झज्जर और सोनीपत में कर्फ़्यू हटाने पर प्रशासन सोमवार को विचार करेगा।
- जाट आरक्षण के मुद्दे की आग राजस्थान तक पहुंची और भरतपुर में प्रदर्शनकारियों ने हाईवे जाम कर दिया। साथ ही एक बस को आग के हवाले भी कर दिया।
- उधर, जाट आंदोलन की वजह से दिल्ली में भी पानी का हाहाकार मचा हुआ है। आंदोलनकारियों ने मुनक नहर को बंद कर दिया था जिसकी वजह से दिल्ली को पानी सप्लाई रुक गई थी। सेना ने सोमवार सुबह 4 बजे मुनक नहर को अपने क़ब्ज़े में ले लिया। केजरीवाल ने ट्वीट के ज़रिए केंद्र और सेना का धन्यवाद भी दिया। उम्मीद जताई जा रही है कि राजधानी जल्द ही इस समस्या को निपटा पाएगा।
- दरअसल कई जाट आंदोलनकारी सरकार से आरक्षण का लिखित आश्वासन मांग रहे हैं। वहीं रविवार को जाट नेताओं की गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाक़ात के बाद यह तय हुआ है कि अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत जाटों को आरक्षण दिया जाएगा। इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में हरियाणा सरकार बिल लाएगी।
- केंद्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत जाट आरक्षण पर विचार के लिए वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी बनी है। नायडू ने कहा है कि पहली प्राथमिकता शांति बनाए रखने की है और इसके बाद आरक्षण के सभी पहलुओं पर बात की जाएगी।