क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति के जनक फिदेल कास्त्रो का 90 साल की उम्र में निधन हो गया (फाइल)
नई दिल्ली:
क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति के जनक एवं पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया. 90 साल की अपनी जिंदगी में कास्त्रो ने कई क्रांतियों का नेतृत्व किया और अपनी कही बातों से दुनिया भर में कई पीढ़ियों को अपना मुरीद बनाया.
पढ़ें कास्त्रो की कही 10 चर्चित पंक्तियां
- क्रांति कोई गुलाबों की सेज नहीं है. यह भूत और भविष्य के बीच का संघर्ष है- 1959 में कास्त्रो
- मैंने 82 लोगों के साथ क्रांति की शुरुआत की. मैं यही काम 10-15 लोगों के साथ फिर कर सकता हूं, वो भी पूरे भरोसे के साथ. अगर आपको खुद पर भरोसा है और एक योजना है, तो यह बिल्कुल मायने नहीं रखता कि आप कितने छोटे हैं- 1959 में कास्त्रो
- मैं अपनी दाढ़ी काटने की नहीं सोच रहा, क्योंकि मैं इसका आदी हो चुका हूं और मेरी दाढ़ी मेरे देश के लिए काफी मायने रखती है- क्यूबा क्रांति के दौरान एक टीवी इंटरव्यू में कास्त्रो
- मैं बहुत पहले ही इस निष्कर्ष पर पहुंच गया था कि मुझे धूम्रपान छोड़ देना चाहिए, जो कि (क्यूबा में) जन स्वास्थ्य के प्रति चेतना के लिए मेरा आखिरी बलिदान होगा. सिगार के इस बॉक्स के साथ सबसे अच्छी चीज यही होगी कि इसे आप अपने दुश्मन को दे दें - दिसंबर 1985 में सिगार छोड़ने की घोषणा करते हुए कास्त्रो
- जरा सोचिये अगर समाजवादी समुदाय खत्म हो जाए, तो दुनिया में क्या होता... यह भले पहले संभव था, लेकिन मैं नहीं मानता कि अब यह संभव है या नहीं- 1989 में कास्त्रो
- हमें यह सच्चाई स्वीकार कर लेनी चाहिए कि सामाजवादी गुट धराशायी हो चुका है - 1991 में कास्त्रो
- इतने सालों बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं : जो गलतियां हमने की, उन सब में सबसे बड़ी गलती थी कि हम यह मान रहे थे कि कोई सच में जानता है कि समाजवाद की स्थापता कैसे करनी है. जब भी वे कहते... यही फॉर्मूला है, तो हम सोचते कि उसे पता है. जैसे कि वह कोई डॉक्टर हो- दुनिया में साम्यवाद के पतन पर 2005 में कास्त्रो
- इस क्रांति से हुए सबसे बड़े लाभ में एक यह भी है कि आज हमारी वेश्याएं भी कॉलेज ग्रैज्युएट हैं - 2003 में बनी डॉक्यूमेंट्री 'कमांडेंट' में निदेशक ओलिवर स्टोन से कास्त्रो
- मैं मानता हूं कि मेरी असल नियती वह युद्ध ही होगा जो कि मैं अमेरिका से लड़ने जा रहा हूं-- डॉक्यूमेंट्री 'लुकिंग फोर फिडेल' में उनके शुरुआती शब्द
- मैं 80 साल का होने पर बहुत खुश हूं. मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा था, खासकर एक ऐसे पड़ोसी के होते हुए, जो हर दिन मुझे मारने की कोशिश कर रहा है- 21 जुलाई, 2006 में अर्जेंटीना में लातिन अमेरिकी देशों के सम्मेलन में कास्त्रो