भूकंप से भारी जान-माल का नुकसान
नई दिल्ली:
तुर्की और सीरिया में भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है. आलम ये है कि दोनों देशों में हजारों इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई. वहीं इस विनाशकारी भूकंप में अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
तुर्की-सीरिया भूकंप से जुड़े ताजा अपडेट्स
- तुर्की-सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों की तादाद 35 हज़ार के पार पहुंच चुकी है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक ये आंकड़ा 50 हज़ार के भी पार जा सकता है.
- प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य भी एक बड़ा चुनौती बन रहा है. तुर्की और सीरिया में भूकंप की वजह से सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. जिनका इलाज अस्पताल में जारी है.
- राहत बचाव के काम में दुनिया भर के देश भी मदद कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक ये तादाद 50 हज़ार के पार जा सकती है... भूकंप के बाद राहत बचाव के काम में दुनिया भर के देश भी मदद कर रहे हैं.
- स्टेडियम और खुले मैदानों में भी कैंप लगाए गए हैं. लेकिन सभी को वहां शरण नहीं मिल पा रही है. तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के बाद वहां के लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिये भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त' की शुरूआत की है.
- भूकंप ने दोनों देशों में भारी तबाही मचाई है. 7.8 रिएक्टर स्केल की तीव्रता से आया ये भूकंप इतना खतरनाक था कि दोनों ही देशों में हजारों इमारतें जमींदोज हो गई.
- भारत कई सैन्य परिवहन विमानों में तुर्की को राहत सामग्री, एक फील्ड अस्पताल, विशेषज्ञ राहत एवं बचाव दल भेज चुका है. भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान के जरिये भारत सीरिया में भी राहत सामग्री भेज चुका है.
- तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के कारण जान गंवाने वालों की संख्या जापान के फुकुशिमा में हुई त्रासदी के दौरान मरने वालों की संख्या से भी अधिक है.
- तुर्की में आये 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप और उसके बाद महसूस किये गये झटकों में काफी संख्या में इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर ढह गईं, जिसके चलते हजारों लोग बेघर हो गये.
- विनाशकारी भूकंप का केंद्र तुर्की के दक्षिणपूर्वी प्रांत कहारनमारस में था और इसके झटके काहिरा तक महसूस किये गये थे.
- तुर्की व सीरिया में आया भूकंप बीते 10 सालों में दुनिया में सबसे भीषण भूकंप बताया जा रहा है. जिसमें भारी जान-माल का नुकसान हुआ है.