राजस्थान के विधानसभा चुनावों को 2019 के लोकसभा चुनाव का ट्रेलर बताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इसके लिए पूरी लगन के साथ जुट जाने की अपील की. साथ ही, उन्होंने राजस्थान में भाजपा की सरकार को अंगद का पांव बताते हुए कहा कि राज्य में इसे कोई उखाड़ नहीं सकता. जयपुर की एक दिन की यात्रा पर आए शाह ने बिड़ला सभागार में स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘ट्रेलर भी अच्छी बनानी है और पिक्चर भी अच्छी बनानी है.’ शाह ने 'शहरी माओवादियों' को दी गयी आजादी पर सवाल उठाया. शाह ने कहा कि जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारे लगाए जाने को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि देश को टुकड़ों में बांटने की बात करने वालों को सलाखों के पीछे डाला जाएगा.
राजस्थान चुनाव के मद्देनजर रैली में अमित शाह के भाषण की अहम बातें
- बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कार्यकर्ता यह नहीं सोचें कि विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री कौन बनेगा बल्कि वे कमल के चिन्ह को सामने रखकर और भारत माता की तस्वीर को याद करते हुए चुनाव मैदान में जुट जाएं.
- हालांकि, भाजपा कह चुकी है आगामी विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ही पार्टी से मुख्यमंत्री पद की दावेदार होंगी. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का उत्तर प्रदेश के अलावा कहीं कोई प्रभाव नहीं है.
- अमित शाह ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने भारतीय सेना को विश्व में सबसे आधुनिक सेना बनाने के लिये 15 साल का एक खाका बनाया है. सरकार ने सेना को अत्याधुनिक संचार प्रणाली और हथियारों से लैस कर उसका मनोबल उंचा करने का काम किया है जबकि कांग्रेस ने सेना का मनोबल पाताल में पहुंचा दिया.
- उन्होंने एनआरसी लागू करने के लिये मोदी सरकार की प्रतिबद्वता को दोहराते हुए कांग्रेस पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
- इससे पहले शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘भाजपा का संकल्प है कि एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिया को भारत में रहने नहीं देंगे, चुन - चुन कर निकाल देंगे.’ राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उन्होंने कि राज्य में पार्टी की पहुंच हर बूथ तक है.
- उन्होंने कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को आगामी विधानसभा चुनाव को अपना चुनाव समझते हुए लड़ना चाहिए क्योंकि यह किसी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री का नहीं बल्कि भाजपा का, उसके कार्यकर्ता का चुनाव है. साथ ही शाह ने दोहराया कि अगर 2019 का चुनाव भाजपा जीत लेती है तो ‘पचास साल तक पंचायत से संसद तक भाजपा को कोई हरा नहीं सकेगा.’
- बाद में प्रबुद्धजनों के साथ बैठक में शाह ने 'शहरी माओवादियों' को दी गयी आजादी पर सवाल उठाया. शाह ने कहा कि जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारे लगाए जाने को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि देश को टुकड़ों में बांटने की बात करने वालों को सलाखों के पीछे डाला जाएगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भाजपा ने हमेशा ही वोट की राजनीति से उपर उठकर बात की है.
- अमित शाह ने दोहराया कि भाजपा सरकार किसी भी अवैध बांग्लादेशियों को भारत में नहीं रहने देगी. भाजपा अध्यक्ष ने नेशनल हेराल्ड मामले का भी जिक्र किया और कहा कि इस मामले में अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की याचिका खारिज कर दी है. शाह ने गठबंधन की राजनीति पर भी एक तरह से कटाक्ष किया और कहा कि इससे देश के विकास माडल को मदद नहीं मिली.
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री राजे आज शाह के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं. वह अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के तहत चुरू में थी जहां उन्होंने सभाओं को संबोधित किया और अपनी सरकार के कार्यों को रेखांकित किया.
- इससे पहले हवाई अड्डा पर पार्टी के स्थानीय नेताओं ने शाह का स्वागत किया. शाह यहां से मोती डूंगरी गणेश मंदिर गए और पूजा अर्चना की. (इनपुट भाषा से)