बीजेपी कार्यालय पहुंचते अमित शाह
नई दिल्ली:
बीजेपी अभी गुजरात में बहुमत प्राप्त कर चुकी है. हालांकि, जीत का अंतर कांग्रेस से काफी ज्यादा नहीं है. भाजपा गुजरात की 182 सीटों में से 92 से अधिक पर जीत दर्ज कर चुकी है और बहुमत के लिए 92 सीटों की जरूरत होती है. वहीं, हिमाचर प्रदेश में ने बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंका है और सत्ता की कुर्सी पंजे से छीन ली है. बीजेपी की गुजरात और हिमाचल में जीत के बाद सभी जगह कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. इस जश्न में सरीख होने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी दिल्ली के पार्टी कार्यालय में पहुंच चुके हैं और यहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.
विधानसभा चुनाव के नतीजों से संबंधित 10 बड़ी बातें
- सुबह 8 बजे से गुजरात में वोटों की गिनती शुरू हुई. करीब 9 बजे के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिली. एक समय ऐसा आया जब रुझानों में कांग्रेस बीजेपी से आगे निकल गई. मगर बाद में बीजेपी ने सौ से अधिक सीटों पर बढ़त बना ली. अब वह 98 सीटों के साथ लीड कर रही है, जो पिछले चुनाव से 17 सीटें पीछे हैं. वहीं कांग्रेस 81 सीट से भाजपा का पीछा कर रही है, जो पिछले चुनाव से 20 सीट अधिक है.
- हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 44 सीटें जीत ली हैं. हालांकि, बीजेपी के सीएम कैंडिडेट प्रेम कुमार धूमल अभी भी सुजनापुर सीट से पीछे चल रहे हैं. कांग्रेस को हिमाचल में 20 सीटें मिली हैं. बता दें कि हिमाचल में सरकार बनाने के लिये 35 सीटें बहुमत में चाहिए.
- वोटों की गिनती के बीच अमित शाह एसयूवी कार से अपने समर्थकों के साथ बीजेपी कार्यालय पहुंचे. दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में जबरदस्त उत्साह और जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है. कार्यकर्ता इस जीत की खुशी में झूम-नाच रहे हैं और खूब पटाखे उड़ा रहे हैं.
- बीजेपी की जीत पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जो जीता वही सिकंदर. उन्होंने कहा कि जीत, जीत होती है. गुजरात के लोगों ने विकास को चुनाव है न कि विनाश को. वहीं सीएम योगी ने भी इस जीत पर कांग्रेस पर हमला बोला है.
- बीजेपी गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में काफी जगह हारती दिखी है. पिछले 2012 के चुनाव में जहां बीजेपी ने जीत दर्ज की थी, वहां भी कई जगह पिछड़ती दिखी. बता दें कि गुजरात में पिछले 22 साल से बीजेपी की सरकार है और एक बार फिर से गुजरात की जनता ने बीजेपी पर ही भरोसा जताया है.
- कुछ राजनीतिक पंडितों का मानना है कि गुजरात की ये जीत बीजेपी को 2019 के चुनाव में फायदा पहुंचाएगी. विश्लेषकों का कहना है कि यह चुनावी टक्कर सिर्फ राज्य के लिए नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी अहम है. यूपी की जीत के बाद ये जीत लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मोमेंटम प्रदान करेगी.
- गुजरात पीएम मोदी का गृह राज्य है और गुजरात जीतना पीएम मोदी की प्रतिष्ठा के लिये मायने रखता है. पीएम मोदी ने राहुल गांधी से चुनावी टक्कर में विकास के मुद्दों पर बात कम की, जबकि उन्होंने सबसे ज्यादा गुजराती अस्मिता और गुजराती गौरव का रट लगाया. वहीं, राहुल गांधी ने विकास के मुद्दे को पकड़े रखा.
- गुजरात चुनाव में राहुल गांधी ने भाजपा के 22 साल के सरकार विरोधी लहर को भुनाने की काफी कोशिश की. इतना ही नहीं, उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ फैले रोष का फायदा उठाते हुए युवाओं को भी अपने साथ जो़ड़ा. जिसमें दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर थे. हालांकि, जिग्नेश कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार थे और ठाकोर कुछ समय पहेल ही पार्टी ज्वाइन किया.
- गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, नितिन पटेल आदि इस चुनाव में जीत चुके हैं. हालांकि, शुरुआत में आगे-पीछे होते रहे. भाजपा के इस जीत पर शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी और अमित शाह की तारीफ की.
- पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हुई है. उन्होंने कहा कि इस हार-जीत से मुझे कुछ लेना-देना नहीं है. मगर सुरत और राजकोट में ईवीएम से छेड़छाड़ की गई है. उन्होंने कहा कि जब एटीएम हैक हो सकता है तो ईवीएम क्यों नहीं.