शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र की राजनीति में राज ठाकरे का शिवसेना से अलग होकर अपना एक दल बनाने का फैसला बड़ा बदलाव था। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनकी दूरी इस फैसले की वजह बनी थी। तब शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने अपने बेटे उद्धव ठाकरे को पार्टी कमान दी थी जिससे राज ठाकरे (बाल ठाकरे के भतीजे) जो राजनीति में उनके उत्तराधिकारी समझे जा रहे थे, काफी नाराज हो गए थे।
विवादों के बीच राज ठाकरे ने की उद्धव ठाकरे से मुलाकात
- सूत्र बता रहे हैं कि दोनों ने मिलकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे के मुद्दे पर चर्चा की। जयदेव के कुछ कदमों से हाल के दिनों में परिवारिक विवाद पैदा होने की बात कही जा रही है।
- कहा जा रहा है कि दोनों मिलकर जयदेव ठाकरे से मुलाकात करेंगे और उन्होंने मनाने की कोशिश करेंगे। जयदेव की वजह से राज्य के सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवार को समस्या आ रही है।
- पिछले हफ्ते जयदेव ठाकरे ने कोर्ट में कहा था कि उसका बेटा ऐश्वर्य ठाकरे उसका बेटा नहीं है। अपने भाई के वकील द्वारा कोर्ट में पूछे जा रहे सवालों के बीच में जयदेव ने बात कही थी।
- जयदेव ठाकरे ने कोर्ट में अपने पिता की वसीयत को चुनौती दी है। इस वसीयत में उनके पिता ने अपनी संपत्ति में से जयदेव को कुछ नहीं दिया और ऐश्वर्य जो उनकी पूर्व पत्नी स्मिता ठाकरे से उनका बेटा है, को वसीयत में संपत्ति में हिस्सा दिया गया है।
- बाल ठाकरे ने अपनी वसीयत में सबसे ज्यादा हिस्सा उद्धव ठाकरे को दिया और निवास स्थान मातोश्री का पहला फ्लोर ऐश्वर्य को दिया है ताकि उसकी मां वहां आ सके।
- 1999 में जयदेव ठाकरे मातोश्री से बाहर चले गए थे क्योंकि उनका स्मिता ठाकरे से लगातार विवाद बढ़ता जा रहा था। 2004 में तलाक होने तक स्मिता मातोश्री में रहीं। दोनों को एक और बेटा भी है।
- उद्धव ठाकरे ने कोर्ट में कहा है कि उनके पिता की वसीयत सही है जो उनके भाई गलत बता रहे हैं।
- जयदेव ठाकरे का कहना है कि 2011 में अपने मौत से पहले जब उनके बाल ठाकरे ने वसीयद बनाई थी तब वह पूरी तरह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थे और उद्धव ठाकरे के प्रभाव में थे।
- पिछले साल, उद्धव ठाकरे ने बॉम्बे हाईकोर्ट से कहा था कि वह अपने भाई के साथ विवाद को सुलझाने के मुद्दे पर दिलचस्पी नहीं रखते।
- अपने बेटे उद्धव ठाकरे को पार्टी प्रमुख बनाने के बाल ठाकरे के फैसले से नाराज राज ठाकरे ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी थी।