जम्मू:
जम्मू कश्मीर की अंतरराष्ट्रीय सीमा से होकर एक तीस फुट लंबी सुरंग गुज़र रही है - यह खुलासा गुरुवार को भारतीय सैनिकों ने किया जब वह उस इलाके में फैली कुछ जंगली घास का सफाया कर रहे थे। बीएसएफ का कहना है कि यह सुंरग एक बड़े आतंकवादी हमले के मद्देनज़र खोदी गई थी।
पढ़े अहम जानकारियां :
- वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी राकेश शर्मा ने बताया 'ऐसा लग रहा है कि इस सुंरग के जरिए घुसपैठ के बाद एक बड़े आतंकी हमले की योजना बनाई जा रही थी।'
- 10 फुट गहरी यह सुंरग आरएस पुरा सेक्टर में अल्लाह माई दे कोठे नाम की एक पोस्ट के पास जंगली घास के नीचे छुपी हुई थी।
- इस मामले में बीएसएफ ने अपना विरोध पाकिस्तान के सामने रखा है और कहा है कि उनके पास सबूत है जिस पर पड़ोसी देश को कार्यवाही करनी चाहिए।
- राकेश शर्मा ने कहा 'हमने पाकिस्तान रेंजर्स से निवेदन किया है कि वह जांच के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा है कि वह उचित कदम उठाएंगे।'
- अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान से आ रही इस सुरंग का मकसद जम्मू में आतंकियों के साथ साथ हथियारों को लाना है।
- सैनिकों का कहना है कि सुरंग पूरी नहीं बन पाई क्योंकि उसका दूसरा हिस्सा जो भारत की तरफ है, वह ठीक से खुल नहीं पाया।
- 2012 में सांबा सेक्टर में 400 मीटर की एक हवादार पाइप वाली सुरंग सामने आई थी, इसके अलावा 2009 में सीमा के पास अखनूर सेक्टर में भी एक सुंरग का खुलासा हुआ था।
- बीएसएफ अफसर का कहना है कि इसे बनाने वालों की रणनीति यही थी कि झाड़ियां उगती रहें और वह सुरंग खोदते रहें।
- इस तरह के सुरंग निर्माण में काफी अनुभव और इंजीनियरिंग का इस्तेमाल होता है। पहले गिरफ्तार हो चुके कई आतंकियों ने घुसपैठ के लिए सुरंग के इस्तेमाल की तरफ इशारा किया है।
- घुसपैठ के पुराने तरीकों पर लगाम कसे जाने के बाद, अब आतंकवादी कुछ नए रास्ते अपनाते दिख रहे हैं।