हैदराबाद:
मंज़ूरी मिलने और निर्माण कार्य शुरू होने के कुछ ही महीनों बाद अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) का 'सपनों का घर' प्रगति भवन पूरी तरह तैयार है...
तेलंगाना के नए सीएम हाउस से जुड़ी 10 खास बातें...
- लेकिन जूते गांठ लीजिए... हैदराबाद के बीचोंबीच बेगमपेट इलाके में बना यह घर पूरे नौ एकड़ में फैला हुआ है...
- इसका निर्माण शापूरजी पैलोनजी ने किया है, जो रीयल एस्टेट के क्षेत्र की बड़ी कंपनी है, और यह कुछ दिन पहले टाटा सन्स के चेयरमैन रहे साइरस मिस्त्री के परिवार की कंपनी है...
- घर के निर्माण की लागत 35 करोड़ रुपये रहनी थी, लेकिन अंतिम बिल कथित रूप से 50 करोड़ रुपये के आसपास रहा...
- इस घर में एक थिएटर है, जिसमें 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, और उसे ऑडिटोरियम की तरह इस्तेमाल किए जाने पर दोगुने लोगों को बिठाया जा सकता है... इसके अलावा इसमें कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के लिए भी घर बने हैं, एक बहुत बड़ा कॉन्फ्रेंस हॉल है, और एक मिनी सेक्रेटेरिएट भी है, जिसमें कुछ सरकारी विभागों के ऑफिस होंगे...
- अगर पार्किंग की बात आपके दिमाग में आ रही है, तो हां, यहां 300 पार्किंग स्पॉट भी हैं...
- अब तक 62-वर्षीय केसीआर इस नए घर के ठीक पीछे बने एक घर में रहते हैं, जो नए की तुलना में काफी छोटा है...
- नए शानदार घर का हर पहलू वास्तु और फेंग शुई के विशेषज्ञों की सलाह से तय किया गया है... उन्होंने यह नया कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला ही इसलिए किया था, क्योंकि सरकार का मौजूदा मुख्यालय और उनका घर वास्तु के लिहाज़ से ठीक नहीं था...
- इसके अलावा नया सरकारी सचिवालय (या कहिए ऑफिस कॉम्प्लेक्स) भी बनाया जाना है, लेकिन उसका निर्माण कार्य फिलहाल रुका हुआ है...
- केसीआर के परिवार के पास हैदराबाद में ही एक और घर है, उनका एक घर उनके गृहनगर में भी है, और इन दोनों के अतिरिक्त वे हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर बने एक फार्महाउस के भी मालिक हैं...
- विपक्ष ने इस बात को लेकर केसीआर की कड़ी आलोचना की है कि वह करदाताओं के पैसे से शानदार घर बनवा रहे हैं, जबकि आम आदमी नकदी संकट की वजह से परेशानियां झेल रहा है...