Yogs on Ahoi Ashtami 2024; हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत (Ahoi Ashtami Vart) रखा जाता है. अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) को महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपनी संतान की मंगल कामना करती हैं. इस वर्ष 24 अक्टूबर गुरुवार को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाएगा. अहोई अष्टमी के व्रत में दिन भर निर्जला व्रत रखने के बाद तारे को देखकर व्रत खोला जाता है. इस बार अहोई अष्टमी के दिन गुरु पुष्य के साथ साथ कई अद्भुत योगों (Yogs on Ahoi Ashtami) का निर्माण हो रहा है. इससे इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ गया है . आइए जानते हैं अहोई अष्टमी को बन रहे हैं कौन कौन से योग और उसका क्या होगा प्रभाव......
अहोई अष्टमी को बनने वाले योग
इस बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 23 और 24 अक्टूबर की देर रात एक बजकर 21 मिनट से शुरू होकर 24 अक्टूबर को पूरे दिन रहेगी. सूर्य उगने की तिथि के अनुसार 24 अक्टूबर गुरुवार को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाएगा. अहोई अष्टमी के दिन कई अदु्भुत योग बन रहे हैं. इस दिन गुरु पुष्य, सर्वार्थ सिद्धि, बुद्धादित्य और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. इन योगों के कारण इस वर्ष अहोई अष्टमी के व्रत का महत्व बहुत अधिक है.
योग का समय
गुरु पुष्य योग- पूरे दिन
सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरे दिन
अमृत सिद्धि योग- पूरे दिन
अहोई अष्टमी 2024 पूजा मुहूर्त
पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर गुरुवार को शाम 5 बजकर 42 मिनट से शाम 6 बजकर 59 मिनट तक रहेगा.
24 अक्टूबर 2024 को तारें निकलने का समय
अहोई अष्टमी पर तारों को देखने का समय शाम 6 बकर 6 मिनट
अहोई अष्टमी के दिन चन्द्रोदय समय
अहोई अष्टमी पर चांद निकलने का समय 11 बजकर 55 मिनट
24 अक्टूबर 2024 शुभ मुहूर्त )
अभिजीत- सुबह 11बजकर 56 मिनट से शाम 12 बजकर 39 मिनट तक
विजय मुहूर्त-दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से शाम 3 बजकर 24 मिनट तक
गोधुली मुहूर्त--शाम 6 बजकर 21मिनट से शाम 7 बजकर 24 मिनट तक
ब्रrा मुहूर्त- प्रात: 4 बजकर 9 मिनट से सुबह 5 बकर 7 मिनट तक
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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