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This Article is From Jun 19, 2022

Yogini Ekadashi 2022: योगिनी एकादशी पर भूल से भी ना करें ये 7 काम, नहीं तो मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज

Yogini Ekadashi 2022: आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस बार योगिनी एकादशी 24 जून, शुक्रवार को पड़ रही है.

Yogini Ekadashi 2022: योगिनी एकादशी पर भूल से भी ना करें ये 7 काम, नहीं तो मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज
Yogini Ekadashi 2022: योगिनी एकादशी व्रत का खास महत्व है.

Yogini Ekadashi 2022: हिंदू धर्म की मान्यताओं में एकादशी व्रत (Ekadashi Vrat) का विशेष महत्व है. एक महीने में दो बार एकादशी (Ekadashi) पड़ती है, एक कृष्ण पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की. बीते 15 जून से आषाढ़ मास शरू हो गया है. आषाढ़ मास की पहली एकादशी का व्रत 24 जून, शुक्रवार को रखा जाएगा. आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) कहते हैं. इस एकादशी व्रत के दौरान भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के साथ-साथ मां लक्ष्मी की पूजा होती है. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से हर इच्छा पूरी होती है. हालांकि योगिनी एकादशी व्रत (Yogini Ekadashi Vrat) में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है. आइए जानते हैं कि योगिनी एकादशी व्रत के दौरान क्या नहीं करना चाहिए. 


 

योगिनी एकादशी व्रत में रखा जाता है इन बातों का ध्यान | Yogini Ekadashi 2022 Vrat Rules

योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) व्रत के नियम के मुताबिक इस व्रत में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होता है. व्रती को योगिनी एकादशी व्रत के दिन सुबह पूजा से पहले पूजा स्थान को स्वच्छ करना चाहिए. उसके बाद गंगाजल छिड़ककर पूजा आरंभ करनी चाहिए. 

योगिनी एकादशी व्रत (Yogini Ekadashi Vrat) के दौरान व्रती को झूठ बोलने से परहेज करना चाहिए. मान्यता है कि व्रत के दौरान झूठ बोलने से मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) नाराज हो जाती हैं और पूजा का वास्तविक फल प्राप्त नहीं होता. इसलिए इस दिन प्रत्येक व्यक्ति को इस बात का ध्यान रखना चाहिए.  

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योगिनी एकादशी व्रत में वाणी पर संयम रखना बेहद जरूरी होता है. इस दिन प्रत्येक व्यक्ति के साथ शालीनता से पेश आना चाहिए. साथ ही इस दिन किसी को भी परेशान नहीं करना चाहिए और ना ही किसी का दिल दुखाना चाहिए. 

माना जाता है कि योगिनी एकादशी व्रत में बीमार, बूढ़े और जरुरतमंद लोगो की सेवा करने से अत्यधिक पुण्य फल प्राप्त होता है. 

योगिनी एकादशी के व्रत में पारण के बाद गरीब और जरुरतमंदों भोजन कराकर दान देना चाहिए. फिर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर उन्हें सम्मान पूर्वक विदा करें. 

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मान्यता है कि योगिनी एकादशी व्रत के दौरान किसी प्रकार का गलत काम नहीं करना चाहिए. इस दिन मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. 

योगिनी एकादशी व्रत में ब्रह्मचर्य का पालन करने की सलाह दी जाती है. साथ व्रती को भूमि पर सोने की सलाह दी जाती है.  

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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