Surya Grahan 2021: इस साल का दूसरा ग्रहण और पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है. यह ग्रहण एक 'रिंग ऑफ फायर' या वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. यानी ग्रहण के समय कुछ हिस्सों में रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) बनती हुई नजर आएगी. सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य के लगभग 97 प्रतिशत हिस्से को कवर करेगा. भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. बता दें कि इस साल का यह दूसरा ग्रहण है.
क्या होती है रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire)?
दरअसल, ग्रहण के दौरान रिंग ऑफ फायर उस वक्त बनती है जब चंद्रमा, सूरज से अधिक दूरी पर होने के कारण उसे पूरी तरह से ढक नहीं पाता है. ऐसे में चंद्रमा से केवल सूरज का बीच का हिस्सा ही ढक पाता है और बीच के हिस्से की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है. इस स्थिति में केवल साइडो से ही सूरज की रोशनी पृथ्वी से दिखाई देती है. जब सिर्फ साइडो से ही सूरज की रोशनी पृथ्वी पर पड़ती है तो उसे रिंग ऑफ फायर या फिर 'अग्नि वलय' कहा जाता है.
'रिंग ऑफ फायर' सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा?
उत्तर पूर्वी यूएस और पूर्वी कनाडा में लोग एक आंशिक सूर्य ग्रहण देखेंगे. उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस के लोग वलयाकार सूर्य ग्रहण देख सकेंगे, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है. उत्तरी ओंटारियो और क्यूबेक के एक छोटे से क्षेत्र में 'रिंग ऑफ फायर' दिखाई देगा. स्पेन, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और स्कैंडिनेविया सहित उत्तरी यूरोप में रहने वाले लोग भी आंशिक सूर्य ग्रहण देख सकेंगे.
क्या भारत में दिखेगा 'रिंग ऑफ फायर' ?
भारत में 'रिंग ऑफ फायर' सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. लेकिन आप इसे ऑनलाइन देख सकेंगे.
सूर्य ग्रहण किस समय लगेगा?
Timeanddate.com के अनुसार, 2021 का सूर्य ग्रहण दोपहर 01:42 बजे से शुरू होगा और 06:41 PM तक दिखाई देगा.
क्या सूतक काल लगेगा?
आमतौर पर ग्रहण शुरू होने से 8 घंटे पहले सूतक काल लगता है. लेकिन 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में आंशिक होगा, इसलिए इस ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा, जिसके चलते मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं किए जाएंगे.
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