विज्ञापन
This Article is From Jul 15, 2021

Skanda Sashti July 2021: आज है स्कंद षष्ठी, जानें- शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाता है. ये दिन भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है. आइए जानते हैं पूजा के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में.

Skanda Sashti July 2021: आज है स्कंद षष्ठी, जानें- शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि
Skanda Sashti July 2021: आज है स्कंद षष्ठी, जानें- शुभ महूर्त और पूजा की विधि
नई दिल्ली:

Skanda Sashti July 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाता है. ये दिन भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है. आइए जानते हैं पूजा के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में.

स्कंद षष्ठी भगवान स्कंद या युद्ध के देवता को समर्पित है. उन्हें तमिलनाडु में भगवान कार्तिकेय और भगवान मुरुगन के नाम से जाना जाता है. यह भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र भगवान मुरुगन की पूजा करने का एक मासिक त्योहार है.भगवान स्कंद को कार्तिकेयन और सुब्रमण्यम के नाम से भी जाना जाता है.  दक्षिण भारत में, भगवान स्कंद को भगवान गणेश के छोटे भाई और उत्तर भारत में बड़े भाई के रूप में माना जाता है.

ये है शुभ मुहूर्त

15 जुलाई सुबह 7 बजकर 16 मिनट से स्कंद षष्ठी  व्रत शुरू हो गया है.

16 जुलाई  शाम 6 बजकर 6 मिनट पर व्रत को समाप्त होगा.

ये है इतिहास

स्कंद षष्ठी को कुमार षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है, जिसे भगवान कार्तिकेय की जयंती के रूप में जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान मुरुगन ने वेल या लांस नामक अपने हथियार का उपयोग करके सोरपद्मन राक्षस के सिर को काट दिया था. कटे हुए पक्षी ने दो पक्षियों को जन्म दिया: एक मोर जो उसका वाहन बन गया और एक मुर्गा जो उसके झंडे पर प्रतीक बन गया.

महत्व

धार्मिक मान्याताओं के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय ने तराकासुर का खात्मा किया था. मान्यता है कि इस दिन विधि- विधान से भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

ये है रसम रिवाज

भक्त सुबह जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं.

जिसके बाद पूरे दिन उपवास करते हैं.

उपवास सूर्योदय से शुरू होता है और अगली सुबह समाप्त होता है.

प्रसाद एक तेल के दीपक, अगरबत्ती, फूल और कुमकुम से बनाया जाता है.

कुछ लोग मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com