फाइल फोटो
भोपाल:
मध्य प्रदेश के उज्जैन में इस साल आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले में आने वाली महिलाओं और बच्चों की मदद के लिए 'शौर्य दल' तैनात रहेगा। यह दल महिला बाल विकास विभाग द्वारा सक्षम और दक्ष महिलाओं को लेकर बनाया गया है।
राज्य की महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने बताया कि उज्जैन संभाग के सात जिले में गठित शौर्य दल के सभी सदस्य सिंहस्थ में सक्रिय रूप से शामिल रहेंगे। मेला क्षेत्र में 10 शौर्य-केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो सुबह पांच बजे से लेकर रात्रि एक बजे तक तीन पाली (शिफ्ट) में लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे।
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उन्होंने बताया कि उज्जैन के सीमावर्ती जिले आगरा, देवास, रतलाम एवं शाजापुर में सिंहस्थ के मौके पर बस-स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भीड़ रहेगी। इस दौरान श्रद्धालुओं को आसानी से सहायता मिल सके, इसके लिए शौर्य दल केन्द्र स्थापित किए जाएंगे, जहां पांच-पांच के समूह में तीन पाली में दल के सदस्य कार्य करेंगे।
शौर्य दल के सदस्यों को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण
सिंहस्थ मेले में शौर्य दल की भूमिका के संबंध में सदस्यों को सतर्कता और निगरानी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। दल के सदस्य महिला और बच्चों को जरूरत के समय तत्काल मदद उपलब्ध कराने के अलावा मेले में गुम होने वाले लोगों को ढूंढ़ने में मदद करने, श्रद्धालुओं को जरूरत पर सलाह और मार्गदर्शन देने, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना अविलम्ब नियंत्रण कक्ष को देने, नि:शक्तजन को मदद करने, साफ-सफाई बनाए रखने में सहयोग देने का काम करेंगे।
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शौर्य दल पुलिस और जिला प्रशासन के साथ भीड़ प्रबंधन में भी प्रशासन की मदद करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के साथ उपचार की व्यवस्था में सहयोग के साथ ही भीख मांगने वाले बच्चों की सूचना तत्काल महिला-बाल विकास अधिकारियों को देंगे। इन सभी सदस्यों को दो-दो जोड़ी यूनीफार्म उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि आसानी से लोग इन्हें पहचान सकें और इनकी मदद ले सकें।
राज्य की महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने बताया कि उज्जैन संभाग के सात जिले में गठित शौर्य दल के सभी सदस्य सिंहस्थ में सक्रिय रूप से शामिल रहेंगे। मेला क्षेत्र में 10 शौर्य-केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो सुबह पांच बजे से लेकर रात्रि एक बजे तक तीन पाली (शिफ्ट) में लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे।
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शौर्य दल के सदस्यों को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण
सिंहस्थ मेले में शौर्य दल की भूमिका के संबंध में सदस्यों को सतर्कता और निगरानी का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। दल के सदस्य महिला और बच्चों को जरूरत के समय तत्काल मदद उपलब्ध कराने के अलावा मेले में गुम होने वाले लोगों को ढूंढ़ने में मदद करने, श्रद्धालुओं को जरूरत पर सलाह और मार्गदर्शन देने, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना अविलम्ब नियंत्रण कक्ष को देने, नि:शक्तजन को मदद करने, साफ-सफाई बनाए रखने में सहयोग देने का काम करेंगे।
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