सावन के पहले सोमवार के मौके पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी
लखनऊ/उज्जैन:
झमाझम बारिश के बीच सावन के पहले सोमवार (First Sawan Somwar) के मौके पर सुबह से ही देश भर के शिवमंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं. लोग बड़ी संख्या में मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए पहुंचे और पूजा-अर्चना की. प्रशासन ने शिवालयों पर भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है.
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सावन के पहले सोमवार को वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर, लखीमपुर, कानपुर, लखनऊ, गोंडा और उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में भक्त मंदिरों में उमड़े हुए हैं.
इलाहाबाद में सोमवार सुबह से ही मनकामेश्वर मंदिर के साथ ही हनुमत निकेतन में शिवालय में लोग लाइन में लगकर जलाभिषेक कर रहे थे. लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर तो कानपुर में बाबा आनंदेश्वर मंदिर में भी बड़ी संख्या में लोग जलाभिषेक करने पहुंचे.
बेहद खास है इस बार का सावन का महीना, 19 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन को आतुर लोग रविवार रात से ही लाइन में लगे थे. बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने कांवड़ियों के जत्थों का वाराणसी पहुंचने का सिलसिला रविवार देर रात तक जारी रहा. बाबा को जल चढ़ाने के लिए काशी आने वाले रास्ते कांवड़ियों के बोल-बम के जयकारों से गूंज उठे. मंदिर की ओर जाने वाले हर रास्ते पर केसरिया वस्त्रों में कांवड़ियों का जत्था नजर आ रहा था.
अधिकारियों ने बताया कि सावन के पहले सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के वीआईपी दर्शन के लिए प्रशासन ने शाम चार से छह बजे तक का समय निर्धारित किया है.
सावन के महीने में हर दिन एक लाख शिवभक्त पहुंचते हैं इस 'बाबा नगरी'
वाराणसी के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह के मुताबिक, 'आम श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वीआईपी दर्शन का समय शाम चार से छह बजे तक निर्धारित किया गया है. इसके अलावा किसी भी तरह का वीआईपी दर्शन नहीं कराया जाएगा. मंदिर प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि वह श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखे.
वहीं, मध्य प्रदेश में सावन के पहले सोमवार को मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी. मान्यता है कि बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए सावन महीने के सोमवार को सवारी पर निकलते हैं.
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सावन के पहले सोमवार को वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर, लखीमपुर, कानपुर, लखनऊ, गोंडा और उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में भक्त मंदिरों में उमड़े हुए हैं.
इलाहाबाद में सोमवार सुबह से ही मनकामेश्वर मंदिर के साथ ही हनुमत निकेतन में शिवालय में लोग लाइन में लगकर जलाभिषेक कर रहे थे. लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर तो कानपुर में बाबा आनंदेश्वर मंदिर में भी बड़ी संख्या में लोग जलाभिषेक करने पहुंचे.
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वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन को आतुर लोग रविवार रात से ही लाइन में लगे थे. बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने कांवड़ियों के जत्थों का वाराणसी पहुंचने का सिलसिला रविवार देर रात तक जारी रहा. बाबा को जल चढ़ाने के लिए काशी आने वाले रास्ते कांवड़ियों के बोल-बम के जयकारों से गूंज उठे. मंदिर की ओर जाने वाले हर रास्ते पर केसरिया वस्त्रों में कांवड़ियों का जत्था नजर आ रहा था.
अधिकारियों ने बताया कि सावन के पहले सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के वीआईपी दर्शन के लिए प्रशासन ने शाम चार से छह बजे तक का समय निर्धारित किया है.
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वाराणसी के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह के मुताबिक, 'आम श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वीआईपी दर्शन का समय शाम चार से छह बजे तक निर्धारित किया गया है. इसके अलावा किसी भी तरह का वीआईपी दर्शन नहीं कराया जाएगा. मंदिर प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि वह श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखे.
वहीं, मध्य प्रदेश में सावन के पहले सोमवार को मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी. मान्यता है कि बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए सावन महीने के सोमवार को सवारी पर निकलते हैं.
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