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This Article is From Jul 22, 2022

Shiv Ji Ki Aarti : सावन मास में रोज करें शिव जी की आरती ॐ जय शिव ओंकारा, भोलेनाथ नहीं होने देंगे निराश

Shiv Ji Ki Aarti: सावन में भगवान शिव की आरती विशेष फलदायी साहित होती है. मान्यता है कि सावन मास में 'ॐ जय शिव ओंकारा' इस इस आरती को करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

Shiv Ji Ki Aarti : सावन मास में रोज करें शिव जी की आरती ॐ जय शिव ओंकारा, भोलेनाथ नहीं होने देंगे निराश
Shiv Ji Ki Aarti: सावन में भगवान शिव की कृपा पाने के लिए ॐ जय शिव ओंकारा आरती की जाती है.

Shiv Ji Ki Aarti: सावन का महीना (Sawan Month) शिवजी की भक्ति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है. धार्मिक मान्यता है कि सावन में भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की हर इच्छा पूरी होती है. इसके साथ ही सावन में रोजाना शिवजी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है. सावन मास का हर दिन भगवान शिव की पूजा के लिए खास होता है. ऐसे में रोजाना ओम् जय शिव ओंकारा (om jai shiv omkara) इस आरती को करने से भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सकती है. आइए जानते हैं सावन में की जाने वाली शिवजी की आरती. 

शिवजी की आरती | Shiv Ji Ki Aarti

ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा
ॐ जय शिव ओंकारा

एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे
हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे
ॐ जय शिव ओंकारा

दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे
त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे
ॐ जय शिव ओंकारा

अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी
त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी
ॐ जय शिव ओंकारा

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श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे
ॐ जय शिव ओंकारा

कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी
सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी
ॐ जय शिव ओंकारा

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका
मधु-कैटभ दो‌उ मारे, सुर भयहीन करे
ॐ जय शिव ओंकारा

लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा
पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा
ॐ जय शिव ओंकारा

पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा
भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा
ॐ जय शिव ओंकारा

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जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला
शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला
ॐ जय शिव ओंकारा

काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी
ॐ जय शिव ओंकारा

त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे
कहत शिवानन्द स्वामी, मनवान्छित फल पावे
ॐ जय शिव ओंकारा

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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