Surya Grahan 2023: अक्टूबर का महीना अपने आप में खास रहा है और इस महीने को और खास बनाता है 14 तारीख को लगने वाला सूर्य ग्रहण. यहां आप जानेंगे कि इस सूर्य ग्रहण (surya grahan) की क्या खासियत है. आखिर ऐसा क्या है जो इसकी (surya grahan kaise hota hai) चर्चा चारों तरफ हो रही है और रिंग ऑफ फायर (what is the ring of fire) क्या है, रिंग ऑफ फायर कैसे बनते हैं (how ring of fire formed), देश के किस कोने में देखने को मिलेंगे, और भारत पर इसका क्या असर (effect of ring fire) होगा. यहां आपको इन सारे सवालों के जवाब मिलेंगे.
ऐसे बनेगा रिंग ऑफ फायर | How Does The Ring Of Fire Form
- अक्टूबर यानी अगले महीने की 14 तारीख को सूर्य ग्रहण लगने वाला है जो दुनिया के कुछ हिस्सों में देखने को मिलेगा.
- यह कोई आम सूर्य ग्रहण नहीं है बल्कि बहुत खास है. इसकी खासियत यह है कि इसमें चांद पृथ्वी से सबसे दूर होगा.
- और जो इस ग्रहण को सबसे खास बनाती है वो ये कि इसमें एक ऐसा नजारा देखने को मिलेगा जो संयोग से बनता है.
- वह नजारा है रिंग ऑफ फायर का (ring of fire). इस सूर्य ग्रहण (surya grahan) देश के कुछ कोनों में रिंग ऑफ फायर देखने को मिलेगा.
- दरअसल ये न्यूलर सोलर एक्लिप्स (Solar Eclipse in Neuler) होगा और इस खगोलीय घटना को रिंग ऑफ फायर कहा जाता है.
- इस संयोग में सूर्य और चंद्रमा पृथ्वी की तुलना में एक ही रेखा में आते हैं.
- अब क्योंकि चंद्रमा का आकार सूर्य से छोटा होता है तो ऐसी स्थिति में सूर्य की रोशनी से एक छल्ला बनता है जो रिंग ऑफ फायर की तरह दिखता है.
- हालाकिं आपको बता दें कि भारत में इसका कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा. यह सूर्य ग्रहण उत्तर, मध्य और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा.
(प्रस्तुति- रौशनी सिंह)
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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