विज्ञापन
This Article is From Dec 20, 2023

Purnima 2023: दिसंबर में इस दिन है पूर्णिमा, नोट कर लीजिए तिथि और पूजा विधि

Purnima Date: साल की अंतिम पूर्णिमा दिसंबर के महीने में पड़ती है. पूर्णिमा के दिन मान्यतानुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है. 

Purnima 2023: दिसंबर में इस दिन है पूर्णिमा, नोट कर लीजिए तिथि और पूजा विधि
Purnima Kab Hai: इस दिन मनाई जाएगी मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा. 

Margashirsha Purnima 2023: दिसंबर का महीना मार्गशीर्ष महीना है और इस महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा को मार्गशीर्ष पूर्णिमा कहते हैं. यह साल की अंतिम पूर्णिमा भी होने वाली है. पूर्णिमा के दिन मान्यतानुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है. इस पूर्णिमा के दिन पूरे मनोभाव से पूजा-आराधना (Purnima Puja) करने पर घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है. जानिए किस दिन पड़ रही है मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा और इस दिन किस तरह किया जाता है पूजन. 

मान्यतानुसार लड्डू गोपाल को नहीं लगाना चाहिए कुछ चीजों का भोग, जानिए क्या चुनें Bhog में और क्या नहीं 

मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा कब है | Margashirsha Purnima 2023 

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि इस साल 26 दिसंबर, मंगलवार की सुबह 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन 27 दिसंबर, बुधवार की सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर हो जाएगा. उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए 26 दिसंबर के दिन ही मार्गशीर्ष पूर्णिमा मनाई जाएगी. इसी दिन भक्त पूर्णिमा का व्रत (Purnima Vrat) रखेंगे. 

पूर्णिमा की पूजा-विधि 

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मान्यतानुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान से पूजा-आराधना की जाती है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना शुभ माना जाता है. पूर्णिमा पर विशेष रूप से पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ होता है. जो भक्त नदी तक जाकर स्नान नहीं कर पाते वे पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं. स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं और व्रत का संकल्प लिया जाता है. 

पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा पढ़ना भी बेहद शुभ होता है. लक्ष्मी नारायण की पूजा बेहद शुभ और फलदायी मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के समक्ष पीले रंग के फूल, फल और वस्त्र आदि चढ़ाए जाते हैं तो वहीं माता लक्ष्मी को गुलाबी या लाल फूलों समेत श्रृंगार सामग्री अर्पित की जाती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
गणेश भगवान की पूजा में बप्पा को लगाएं इन 7 चीजों का भोग, खुश होंगे गणपति
Purnima 2023: दिसंबर में इस दिन है पूर्णिमा, नोट कर लीजिए तिथि और पूजा विधि
क्यों नहीं कांवड़िए यात्रा के दौरान लेते हैं एक दूसरे का नाम, जानिए आखिर कौन सी कांवड़ यात्रा होती है सबसे कठिन
Next Article
क्यों नहीं कांवड़िए यात्रा के दौरान लेते हैं एक दूसरे का नाम, जानिए आखिर कौन सी कांवड़ यात्रा होती है सबसे कठिन
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com