Bhaum Pradosh Vrat: प्रदोष व्रत हर महीने के शुक्ल व कृष्ण पक्ष की त्रयोदिशी को रखा जाता है. इस महीने फाल्गुन मास का प्रदोष व्रत 15 मार्च यानी आज के दिन है. मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहते हैं और इसकी विशेष मान्यता होती है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती (Mata Parvati) की पूजा-अर्चना की जाती है. भक्त पूरे मनभाव से शिव-गौरी की पूजा करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर होने के लिए इच्छित होते हैं. वे अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के कार्य करते हैं.
आज प्रदोष व्रत की पूजा दोपहर 1 बजकर 12 मिनट से कल तक यानी 16 मार्च दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक होनी है. वहीं, प्रदोष काल आज शाम 6 बजकर 29 मिनट से 8 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. माना जाता है कि प्रदोष काल में पूजा करने से भगवान शिव (Lord Shiva) अत्यधिक प्रसन्न हो जाते हैं.
मान्यता है कि इस तरह पूजा करने पर प्रसन्न होते हैं गौरी-शंकर
- कहते हैं प्रदोष व्रत में पूर्ण रूप से तामसिक भोजन यानी लहसुन और प्याज से परहेज करना चाहिए और सुबह-सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए.
- भक्त इस दिन सुबह से ही भगवान शिव की आराधना में मग्न रहते हैं और शिव भजन सुनते हैं.
- इस दिन भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें चंदन लगाना, बेलपत्र चढ़ाना, धतूरा, फल, फूल, धूप आदि अर्पित करना शुभ माना जाता है.
- मान्यता है कि पूजा करने के बाद साफ मन से गरीब को दान देने से शिव-गौरी प्रसन्न होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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