
तिरूवनंतपुरम:
केरल सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही उन तस्वीरों को लेकर जांच का आदेश दिया है जिसमें कथित तौर पर कुछ महिलाओं को सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर में दिखाया गया है जबकि वहां उनके प्रवेश पर प्रतिबंध है.
देवास्वोम मंत्री के. सुरेंद्रन ने देवास्वोम सतर्कता को जांच शुरू करने और तस्वीरों की सच्चाई का पता लगाने को कहा है.
पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में 10 से 50 वर्ष तक की आयु वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक है. मंदिर के इष्टदेव को श्रद्धालुओं द्वारा ‘ब्रह्मचारी’ माना जाता है.
मंत्री ने कहा कि उन्हें एक शिकायत मिली थी कि कोल्लम के एक उद्योगपति को मंदिर में दर्शन के लिए विशेष सुविधा मिली थी. सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘शिकायत के अनुसार उनके साथ प्रतिबंधित आयु समूह की कुछ महिलाएं कथित रूप से वहां गई थीं. आयु सीमा की परंपरा का पालन करने वाली महिलाओं के मंदिर में दर्शन करने पर कोई रोक नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति ने वीआईपी दर्शन के नाम पर कोई लाभ लेने का प्रयास किया है तो यह अवैध है. ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
देवास्वोम मंत्री के. सुरेंद्रन ने देवास्वोम सतर्कता को जांच शुरू करने और तस्वीरों की सच्चाई का पता लगाने को कहा है.
पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में 10 से 50 वर्ष तक की आयु वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक है. मंदिर के इष्टदेव को श्रद्धालुओं द्वारा ‘ब्रह्मचारी’ माना जाता है.

मंत्री ने कहा कि उन्हें एक शिकायत मिली थी कि कोल्लम के एक उद्योगपति को मंदिर में दर्शन के लिए विशेष सुविधा मिली थी. सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘शिकायत के अनुसार उनके साथ प्रतिबंधित आयु समूह की कुछ महिलाएं कथित रूप से वहां गई थीं. आयु सीमा की परंपरा का पालन करने वाली महिलाओं के मंदिर में दर्शन करने पर कोई रोक नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति ने वीआईपी दर्शन के नाम पर कोई लाभ लेने का प्रयास किया है तो यह अवैध है. ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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