रांची:
सिर्फ महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना ही नहीं भीषण गर्मी और पानी के संकट की चपेट में और भी राज्य हैं, जहां के लोग बेहाल हैं। मौसम की मार जूझ रहे झारखंड के लोग रांची समेत कई जगहों पर आग पर चलकर ईश्वर को प्रसन्न करने में जुट गए हैं।
इस धार्मिक अनुष्ठान के आयोजनकर्ता राज कुमार महतो ने बताया, "झारखंड को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस साल सालाना मंडा त्योहार काफी मायने रखता है। श्रद्धालु जलते कोयले पर चलकर भगवान शिव को मनाते हैं ताकि जल संकट समाप्त हो और अच्छी बारिश हो।"
भगवान शिव हमारी प्रार्थना सुनेंगे : भक्त
मंडा त्योहार के तहत रांची के चुटिया मुहल्ले में ऐसे ही आग पर चलने का आयोजन किया गया। आग पर चलनेवाले एक श्रद्धालु श्रीकांत मुंडा ने बताया, "हम ईश्वर से बारिश की प्रार्थना कर रहे हैं, क्योंकि राज्य में पानी का गंभीर संकट बरकरार है।"
उन्होंने बताया, "हम पीने के पानी के लिए निगम के टैंकर पर निर्भर हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भगवान शिव हमारी प्रार्थना सुनेंगे और स्थितियां बेहतर होंगी।"
कभी ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था रांची
रांची एक जमाने में बिहार की गर्मियों की राजधानी हुआ करती थी, लेकिन यहां अप्रैल में ही तापमान 40 डिग्री को पार कर गया है।
मंगलवार को झारखंड उच्च न्यायालय ने रांची के वार्ड आयुक्त से शहर में जलापूर्ति की स्थिति पर जवाब मांगा है। पानी की कमी के कारण हटिया, रूक्का और कांके बांधों का जलस्तर काफी कम हो गया है।
इस धार्मिक अनुष्ठान के आयोजनकर्ता राज कुमार महतो ने बताया, "झारखंड को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस साल सालाना मंडा त्योहार काफी मायने रखता है। श्रद्धालु जलते कोयले पर चलकर भगवान शिव को मनाते हैं ताकि जल संकट समाप्त हो और अच्छी बारिश हो।"
भगवान शिव हमारी प्रार्थना सुनेंगे : भक्त
मंडा त्योहार के तहत रांची के चुटिया मुहल्ले में ऐसे ही आग पर चलने का आयोजन किया गया। आग पर चलनेवाले एक श्रद्धालु श्रीकांत मुंडा ने बताया, "हम ईश्वर से बारिश की प्रार्थना कर रहे हैं, क्योंकि राज्य में पानी का गंभीर संकट बरकरार है।"
उन्होंने बताया, "हम पीने के पानी के लिए निगम के टैंकर पर निर्भर हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भगवान शिव हमारी प्रार्थना सुनेंगे और स्थितियां बेहतर होंगी।"
कभी ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था रांची
रांची एक जमाने में बिहार की गर्मियों की राजधानी हुआ करती थी, लेकिन यहां अप्रैल में ही तापमान 40 डिग्री को पार कर गया है।
मंगलवार को झारखंड उच्च न्यायालय ने रांची के वार्ड आयुक्त से शहर में जलापूर्ति की स्थिति पर जवाब मांगा है। पानी की कमी के कारण हटिया, रूक्का और कांके बांधों का जलस्तर काफी कम हो गया है।
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