Vastu Tips For Karva Chauth 2023 : सनातन धर्म में करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत कर अपने पति की लंबी उम्र की भगवान शिव और माता पार्वती से प्रार्थना कर उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करती हैं. उसके बाद चंद्रमा की पूजा कर अर्घ्य देकर अपने व्रत का पारण करती हैं. मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ और चंद्रमा को अर्घ्य देते समय दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए. सही दिशा में मुख करके की जाने वाली पूजा ही सफल मानी जाती है. यहां हम जानेंगे पूजा करने और चंद्रमा को अर्घ्य देने की सही दिशा क्या होती है.
इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind)
1. लाल रंग का हो कलश या करवा (Colour Of Karva or Kalash Should be red)- हिंदू धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि करवा चौथ के दिन पूजा की थाली में रखे जाने वाले कलश या करवा लाल रंग का ही होना चाहिए और उस पर कलावा बांधना भी जरूरी है.
2. पूजा की थाली (Puja Thali) - करवा चौथ की पूजा की थाली में घी का दीपक, छलनी, फूल, फल, मिठाई, हल्दी, चंदन, अक्षत, कुमकुम, शहद, ड्राई फ्रूट्स और एक गिलास में पानी भरकर रखना चाहिए.
3. इस दिशा में न हो मुख (Avoid this Direction)- वास्तु शास्त्र के अनुसार करवा चौथ की पूजा भूलकर भी दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके नहीं करना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से आपकी पूजा स्वीकार नहीं होती.
4. इस दिशा में हो मुख (Right Direction)- ध्यान रहे कि करवा चौथ की पूजा करते समय आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए. इससे आपकी पूजा फलित होती है.
5. व्रत कथा (Vrat Katha)- करवा चौथ की व्रत कथा सुनते समय भी दिशा का ध्यान रखना चाहिए. कथा सुनते समय आपका मुख पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए.
6. अर्घ्य देते समय रखें दिशा (Right Direction for Arghya) - वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि करवा चौथ के दिन चंद्रमा को उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ मुख करके ही अर्घ्य देना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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