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This Article is From Jun 30, 2021

Panch Kedar: जानें- पंच केदार मंदिरों के बारे में, महाभारत से जुड़ा है इतिहास

यहां जानें- पंच केदार मंदिरों के बारे में. ऐसा है इतिहास. पढ़ें पूरी जानकारी.

Panch Kedar: जानें- पंच केदार मंदिरों के बारे में, महाभारत से जुड़ा है इतिहास
Panch Kedar: जानें- पंच केदार मंदिरों के बारे में, महाभारत से जुड़ा है इतिहास
नई दिल्ली:

ये तो हम सभी जानते हैं कि उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां शिवजी के पांच पौराणिक मंदिर स्थित है. इस सभी मंदिरों को पंचकेदार के नाम से जाना जाता है. जिसमें केदारनाथ धाम को चार धाम में से एक माना जाता है.

आइए जानते हैं पंच केदार मंदिरों के बारे में

पंचकेदार या पञ्चकेदार (पांच केदार) हिन्दुओं के पांच शिव मंदिरों का सामूहिक नाम है. ये मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित हैं. इन मंदिरों से जुड़ी कुछ किंवदन्तियां हैं जिनके अनुसार इन मंदिरों का निर्माण पाण्डवों ने किया था.

ये हैं पंच केदार के मंदिर

- केदारनाथ धाम

- तुंगनाथ मंदिर

-रुद्रनाथ मंदिर, हिमालय

- मदमहेश्वर या मध्यमहेश्वर मंदिर

- कल्पेश्वर मंदिर

केदारनाथ मंदिर

पंच केदार में से एक केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है. केदारनाथ बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है. ये राज्य के चारधाम में भी शामिल है. आपको बता दें, महादेव का धाम केदारनाथ भक्तों के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है.  5 नदियों के संगम पर स्थित यह प्राचीन मंदिर 2500 वर्षों के इतिहास को संजोए हुए है और बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक है.

तुंगनाथ मंदिर

तुंगनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित हैय. पंच केदार में ये मंदिर सबसे ऊंचाई पर स्थित है.  पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत में भी इस मंदिर को लेकर जिक्र किया गया है. ऐसा माना जाता है, कि पांडवों ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया था, क्योंकि भगवान शिव महाभारत के नरसंहार से काफी आहत हुए थे.

रुद्रनाथ मंदिर, हिमालय

रुद्रनाथ मंदिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले में स्थित भगवान शिव का एक मंदिर है जो कि पंचकेदार में से एक है. समुद्रतल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर भव्य प्राकृतिक छटा से परिपूर्ण है. इस मंदिर की सबसे दिलचस्प बात यह है कि, इस मंदिर में भगवान शिव जी के एकानन, यानि कि मुख की पूजा होती है. इनके अन्य, बाकि बचे सम्पूर्ण शरीर की पूजा भारत के पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में की जाती है.

मदमहेश्वर या मध्यमहेश्वर मंदिर

बाबा मदमहेश्वर का मंदिर पांचों केदारों में सबसे प्रमुख माना जाता है. बता दें, गढ़वाल हिमालय के गंडौर गांव में समुद्रतल से लगभग 3497 मीटर की ऊंचाई पर ये मंदिर स्थित है.
महाभारत काल से इस मंदिर का इतिहास जुड़ा हुआ है.

कल्पेश्वर मंदिर

कल्पेश्वर मंदिर उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर उर्गम घाटी में समुद्र तल से लगभग 2134 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

इस मंदिर में 'जटा' या हिन्दू धर्म में मान्य त्रिदेवों में से एक भगवान शिव के उलझे हुए बालों की पूजा की जाती है. कल्पेश्वर मंदिर 'पंचकेदार' तीर्थ यात्रा में पांचवें स्थान पर आता है. वर्ष के किसी भी समय यहां का दौरा किया जा सकता है.  इस छोटे-से पत्थर के मंदिर में एक गुफा के माध्यम से पहुंचा जा सकता है.

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