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This Article is From Jun 21, 2022

Kanwar Yatra 2022: इस दिन से शुरू हो रही है सावन की कांवड़ यात्रा, जानें तिथि और पौराणिक कथा

Kanwar Yatra 2022: कांवड़ यात्रा भगवान शिव को समर्पित है. यह सावन मास में शुरू किया जाता है. इस बार सावन मास 14 जुलाई से शुरू हो रही है.

Kanwar Yatra 2022: इस दिन से शुरू हो रही है सावन की कांवड़ यात्रा, जानें तिथि और पौराणिक कथा
Kanwar Yatra 2022: सावन की कांवड़ यात्रा का खास महत्व है.

Kanwar Yatra 2022: सावन (Sawan) का पावन महीना इस बार 14 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह महीना भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित माना गया है. इसलिए शिव भक्तों के लिए सावन का महीना (Sawan Month 2022) बेहद खास होता है. धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में की गई शिवजी की उपासना बेहद लाभकारी होती है. सावन में भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए भक्त कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) करते हैं. इस बार कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू हो जाएगी. आइए जानते हैं कि साल 2022 में कांवड़ यात्रा कब से शुरू है और इसका महत्व और इतिहास क्या है. 

कांवड़ यात्रा क्या होती है | What is Kanwar Yatra 

सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव के भक्त कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) का आयोजन करते हैं. जिसमें सैकड़ों भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए हरिद्वार और गंगोत्री धाम की पैदल यात्रा करते हैं. हरिद्वार और गंगोत्री जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों से जल भरकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं. हालांकि बदलते वक्त में भक्त कार, बाइक या अन्य साधनों से भी कांवड़ यात्रा करते हैं. 


कांवड़ की पौराणिक कथा | Kanwar Yatra Story


पौराणिक धार्मिक कथा के मुताबिक अमृत कलश की प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन हुआ तो उसमें से 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी. कहा जाता है कि उस समुद्र मंथन से हलाहल विष की भी प्राप्ति हुई थी. जिसे पीने के लिए कोई देवतागण तैयार नहीं हुए, लेकिन उस विष को पीने के लिए भगवान शिव ने उस विष को पी लिया जो उनके गले से नहीं उतरा. जिसकी वजह से उनका गला नीला पड़ गया. जिसकी वजह से उनका नाम नीलकंठ पड़ा. धार्मिक मान्यता है कि रावण भगवान शिव का परम भक्त था और वह भगवान शिव का जलाभिषेक किया करता, जिससे भोलेनाथ को कि विष से राहत मिली. 


 

कांवड़ यात्रा का महत्व | Significance of Kanwar Yatra 

भगवान शिव को बेहद दयालु माना जाता है. इन्हें दया का सागर कहा जाता है. मान्याता है कि भोलेनाथ अपने भक्तों की भक्ति से बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं.  कहा जाता है कि यदि कोई सच्ची श्रद्धा से उन्हें एक लोटा जल भी अर्पित करता है, तो वे प्रसन्न होकर इच्छा पूरी करते हैं. यही कारण है कि प्रत्येक साल सावन में शिव के भक्तों द्वारा कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) निकाली जाती है. 

साल 2022 में कब से शुरू है कांवड़ यात्रा | Kanwar Yatra 2022 Date

पंचांग के मुताबिक कांवड़ यात्रा सावन मास शुरू होने पर की जाती है. इस बार सावन मास की शुरुआत 14 जुलाई से शुरू हो रही है. ऐसे में इस बार कांवड़ यात्रा (Kawad Yatra 2022) 14 जुलाई से निकाली जाएगी. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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