
Sawan Purnima 2205 : सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है और 9 अगस्त को समाप्त. इस दौरान भोलेनाथ की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कहा जाता है सावन माह भोलेनाथ को बहुत प्रिय है. श्रावण मास के अंतिम दिन पूर्णिमा होती है, जिसे कजरी या श्रावणी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. आपको बता दें कि पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि आती हैं, लेकिन सावन की पूर्णिमा का खास महत्व होता है. इस दिन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन भी मनाया जाता है. इस दिन व्रत रखने और स्नान-दान करने का विशेष महत्व होता है.
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यही नहीं सावन की पूर्णिमा के दिन पितरों का तर्पण करना भी बहुत अच्छा माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं, इस साल सावन की पूर्णिमा कब है, चंद्रोदय का समय और पूजा मुहूर्त...
सावन पूर्णिमा तिथि - sawan purnima tithi 2025
पंचांग के अनुसार, सावन की पूर्णिमा तिथि की शुरूआत इस साल 8 अगस्त दोपहर 02 बजकर 12 मिनट से होगी 9 अगस्त दोपहर 01 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के अनुसार 9 अगस्त को सावन की पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा.
सावन पूर्णिमा चंद्रोदय का समय - Sawan Purnima chandroday ka samay
चंद्रोदय का समय: शाम 07 बजकर 21 मिनट पर होगा
सावन पूर्णिमा स्नान मुहूर्त 2025
सावन की पूर्णिमा के दिन आप स्नान ब्रह्म मुहूर्त में जो 04:28 से लेकर 05:16 तक रहेगा कर सकते हैं. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. साथ ही इस दिन अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:06 से 12:58 तक रहेगा. इस मुहूर्त में आप पूजा करके शिव जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
सावन पूर्णिमा चंद्रमा पूजन का महत्व - Significance of Sawan Purnima
ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र हैं, जोकि चंद्रमा से जुड़े हुए हैं. जिसमें से श्रावण नक्षत्र भी है. आपको बता दें कि इस दिन चंद्रोदय के बाद अर्घ्य देकर व्रत को पूर्ण किया जाता है. अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है तो आप सावन पूर्णिमा के दिन पूजा और अर्घ्य देकर मजबूत कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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