
Janmashtami tithi 2205 : जन्माष्टमी का पर्व हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है इस दिन ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. तमिलनाडु में इस त्यौहार को श्री कृष्ण जयंती के नाम से जाना जाता है. कई जगहों पर इसे गोकुलाष्टमी भी कहते हैं. यह त्योहार मुख्य रूप से उत्तर-भारत और महाराष्ट्र में मनाया जाता है. इन जगहों पर तो माखन हांडी फोड़ने की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है. आपको बता दें कि श्री कृष्ण हिन्दू धर्म में सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं. माना जाता है श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग के 28वें वर्ष में हुआ था, यानी आज से 5000 साल पूर्व. भगवान कृष्ण को लेकर यह भी कहा जाता है कि इनका जन्म चार हाथों के साथ हुआ था.
ऐसे में आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र से इस साल जन्माष्टमी का पर्व कब मनाया जाएगा और कौन से शुभ योग पड़ रहे हैं..
जन्माष्टमी 2025 तिथि - Janmashtami 2025 tithi
ज्योतिषाचार्य अरविंद मिश्र के अनुसार, 15 अगस्त को रात्रि 11 बजकर 49 मिनट पर अष्टमी तिथि शुरू होगी, जो 16 अगस्त रात्रि 9 बजकर 34 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के अनुसार जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाएगी.
जन्माष्टमी 2025 को कौन से बन रहे हैं योग
16 अगस्त की रात्रि और 17 अगस्त की भोर में सुबह 4 बजकर 38 मिनट से सुबह 5 बजकर 55 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और ज्वालामुखी योग भी रहेगा. बाकी 2 तो शुभ योग हैं, लेकिन ज्वालामुखी योग अशुभ है, जिससे बचने के लिए आपको भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा से पहले विघ्नहर्ता श्री गणेश ओर संकट मोचन हनुमान जी की पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा.
जन्माष्टमी का पर्व पूरे भारत में धूम-धाम के साथ मनाया जाता है लेकिन मथुरा और वृंदावन में यह उत्सव भव्य होता है जिसमें शामिल होने देश-विदेश से लोग आते हैं. अगर आप भी इस साल जन्माष्टमी मनाना चाहते हैं, तो फिर आप गोकुल नगरी जा सकते हैं...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं